बेमेतरा – जब संवेदनशील और संस्कार मिलते हैं, तब सामजिक जिम्मेदारी का अद्भुत उदाहरण सामने आता है। वहीं बेमेतरा जिले में साजा विकासखंड की शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रानो में ऐसा ही प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला है। नवाचारी शिक्षिका प्रतीक जैन और उनकी बहनों समता दिनेश कोठारी चेचानमेटा तथा आरती संचेती डौण्डी लोहारा ने अपने स्वर्गीय पिता मोतीचंद जी संचेती के जन्मदिन के उपलक्ष्य में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रानो के पूरे बच्चों को कॉपी, पेन, पट्टी एवं पहाड़े उपहार स्वरुप प्रदान किया।
जरूरतमंद लोगों को उपहार देकर अवसर को खास बनाना
स्वर्गीय मोतीचंद जी संचेती डौण्डी लोहारा के प्रतिष्ठित व्यापारी और समाज सेवी थे। बहनों का मानना है कि, लोग अपनों के अवसर विशेष पर ना जाने कितने ही रूपए पार्टी आदि में खर्च कर देते हैं। बल्कि हमें किसी जगह पर जरूरतमंद लोगों को उपहार देकर इन अवसर विशेष को खास बनाना चाहिए। इसी क्रम में उन्होंने बच्चों को उपहार प्रदान किया। जिसे स्वीकार करके बच्चे बहुत ही खुश हुए। उन्होंने अपनी खुशियाँ व्यक्त की। शाला की नवाचारी शिक्षिका प्रतीक जैन का मानना है कि, पैसे का सबसे अच्छा उपयोग हम दान के रूप में ही कर सकते हैं और इस तरह का आयोजन वह करती रहती हैं। उनका बड़ा बेटा श्रेष्ठ दिव्यांग है। उसके आने के बाद से ही विगत दस वर्षों से नवाचारी शिक्षिका प्रतीक जैन अपने बेटों का जन्मदिन जरुरतरत मंद संस्थाओं आंगनबाड़ी, अनाथ आश्रम, शालाओं, अस्पताल आदि में दान और उपहार देकर मनाती हैं।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
इसके साथ ही वो दिव्यांग जागरूकता तथा आत्महत्या जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी जागरूकता कार्यक्रम चला रही हैं। इस अवसर पर प्राचार्य द्वारिका राम वर्मा, प्रधान पाठक किशुन राम साहू, अवध राम वर्मा, कनकलता सरसुधे, दीनदयाल वर्मा एवं समस्त बच्चे उपस्थित रहे।