फरसगांव/कोंडागांव।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल इन दिनों तीन दिवसीय दौरे पर बस्तर संभाग में हैं। दौरे की शुरुआत उन्होंने कोंडागांव जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, फरसगांव से की, जहां उन्होंने मरीजों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया।
मंत्री जायसवाल ने अस्पताल परिसर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवा की हकीकत का खुद आकलन किया। मरीजों से मिलकर इलाज की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टरों की तैनाती और अस्पताल के माहौल के बारे में जानकारी ली।
“बस्तर को अब उपेक्षा नहीं, प्राथमिकता मिलेगी” – मंत्री जायसवाल
बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लंबे समय से सवाल उठते रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए मंत्री जायसवाल ने स्पष्ट कहा:
“अब बस्तर के लोगों को इलाज के लिए रायपुर भागने की जरूरत नहीं होगी। हम बस्तर को भी वही स्वास्थ्य सुविधाएं देंगे जो राजधानी में उपलब्ध हैं।”
उन्होंने बताया कि हाल ही में बस्तर संभाग में 100 से अधिक डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है, जो दूरस्थ इलाकों में बड़ी राहत बनकर पहुंचेंगे।
एम्बुलेंस देरी से मौत पर संवेदना, कार्रवाई का भरोसा
कुछ दिन पहले फरसगांव क्षेत्र में एम्बुलेंस के समय पर न पहुंचने के कारण एक मरीज की मौत हो गई थी। इस पर मंत्री ने दुख जताते हुए कहा:
“ऐसी घटनाएं दुखद हैं। हमने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ वेतन कटौती और अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।”
उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस की संख्या राज्य में अब 300 से बढ़ाकर 375 कर दी गई है, ताकि समय पर सेवा सुनिश्चित हो सके।
बड़ी घोषणाएं: मेडिकल, नर्सिंग और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सरकार गंभीर
स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरे के दौरान राज्य की स्वास्थ्य नीति के नए विज़न को भी साझा किया:
-
15 मेडिकल कॉलेज अब प्रदेश में होंगे, जिससे हर संभाग को विशेषज्ञ डॉक्टर मिल सकें।
-
12 नए नर्सिंग कॉलेज स्वीकृत किए गए हैं, जो स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को दूर करेंगे।
-
फिजियोथैरेपी कॉलेज की संख्या 1 से बढ़ाकर 7 की जा रही है, ताकि पुनर्वास चिकित्सा को मजबूती मिले।
-
मेंटल हेल्थ को लेकर भी बड़ा कदम, सरगुजा और बस्तर में नई मानसिक चिकित्सा इकाइयां खोली जाएंगी।
-
मौजूदा 100 बिस्तरों वाले मानसिक अस्पताल को 200 बिस्तरों में अपग्रेड किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री का लक्ष्य: “हर गांव तक पहुंचे स्वास्थ्य सेवा का अधिकार”
दौरे के दौरान मंत्री ने साफ कहा कि अब प्रदेश में स्वास्थ्य सिर्फ नीतियों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर गांव और हर परिवार तक पहुंचेगा। उन्होंने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी अस्पताल में दवाओं की कमी, डॉक्टरों की अनुपस्थिति या सुविधाओं की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दौरे की मुख्य बातें एक नज़र में:
-
तीन दिवसीय बस्तर दौरे की शुरुआत फरसगांव अस्पताल से
-
मरीजों से सीधा संवाद, स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा
-
100+ डॉक्टरों की नई तैनाती, 375 एम्बुलेंस प्रदेश में सक्रिय
-
12 नए नर्सिंग कॉलेज, 6 नए फिजियोथैरेपी कॉलेज
-
बस्तर और सरगुजा में मानसिक चिकित्सालयों की स्थापना
-
“अब बस्तर भी पाएगा उच्चस्तरीय इलाज का अधिकार” – मंत्री