जांजगीर-चांपा – अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की बैठक गुरुवार 7 अगस्त को जांजगीर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सीएम ने अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करने के साथ ही उनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक के दौरान अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के बजट को 50 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ करने का फैसला लिया गया। साथ ही संत गुरु घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी के विकास के लिए 2 करोड़ का प्रावधान करने समेत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने अजा वर्ग के कल्याण के लिए किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। योजनाओं के के जमीनी असर पर अधिकारियों से चर्चा की और जनता को हो रहे लाभ की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश दिया कि समाज के वंचित वर्गों तक योजनाओं का पूरा लाभ पहुंचना चाहिए। बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के बजट को 50 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ करने का फैसला लिया गया।
गिरौदपुरी के विकास के लिए 2 करोड़
गुरु घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी के विकास के लिए 2 करोड़ का प्रावधान किया गया। इसी तरह अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं के प्रतियोगी परीक्षा में तैयारी की कोचिंग के लिए 50 लाख की मदद करने के साथ ही पायलेट बनने के लिए भी हर साल 5 युवाओं को प्राधिकरण की ओर से 15-15 लाख की मदद करने का फैसला लिया गया। बैठक में उप मुख्यमंत्री अरुण साव के साथ ही छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री, सांसद, विधायक, प्राधिकरण के सदस्य और संबंधित विभागों के अधिकारी व कलेक्टर उपस्थित रहे।