भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को नया इतिहास रच दिया। बेंचमार्क निफ्टी-50 इंडेक्स ने लंबी खींचतान के बाद आखिरकार 25,000 का स्तर छू लिया। निवेशकों के चेहरे पर रौनक लौट आई है और माहौल पूरी तरह सकारात्मक नजर आ रहा है। अगर मौजूदा संकेत कायम रहते हैं तो दिवाली तक बाजार में लंबी और मजबूत रैली देखने को मिल सकती है।
इस उछाल के पीछे तीन अहम कारण रहे –
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा जीएसटी सुधार ऐलान
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ट्रंप-पुतिन वार्ता से मिले अंतरराष्ट्रीय सकारात्मक संकेत
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सेक्टोरल मांग और तेज़ी का जोर
पीएम मोदी का जीएसटी सुधार बना गेमचेंजर
स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने साफ किया कि दिवाली से पहले देश को जीएसटी का नया और सरल ढांचा मिलेगा। इसमें टैक्स स्लैब घटाने और कई उपभोक्ता वस्तुओं को सस्ता करने की योजना है। इसका सीधा असर ऑटो, एफएमसीजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर पर दिखा। दूध, पैकेज्ड फूड, टीवी, एसी और घरेलू उपकरणों पर टैक्स कटौती की उम्मीद ने निवेशकों को और ज्यादा उत्साहित किया।
ट्रंप-पुतिन मुलाकात से ग्लोबल मार्केट को राहत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में हुई बातचीत भले ही ठोस नतीजे न दे सकी हो, लेकिन इसने वैश्विक बाजारों को पॉजिटिव सिग्नल जरूर दिए। संकेत मिले हैं कि अमेरिका रूस पर नरमी दिखा सकता है और चीन से उसकी नजदीकियां घटाने की दिशा में आगे बढ़ सकता है। इससे भारत को फायदा होगा – कम टैरिफ, स्थिर ऊर्जा बाज़ार और भू-राजनीतिक तनाव में कमी।
सेक्टोरल रैली से बाजार में जोश
निफ्टी ऑटो ने सोमवार को 4.50% की शानदार छलांग लगाई और सबसे बड़ा गेनर रहा। हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, टीवीएस और मारुति सुजुकी जैसे शेयरों ने दमदार प्रदर्शन किया।
निफ्टी कंजम्प्शन 2.42% बढ़ा, जिससे ब्रिटानिया, नेस्ले, टाटा कंज्यूमर और डाबर जैसी कंपनियों के शेयर चमक उठे।
रियल्टी और एमएनसी इंडेक्स में भी जोरदार तेजी रही। वहीं कंज्यूमर ड्यूरेबल्स कंपनियों – वोल्टास, ब्लू स्टार, हैवेल्स और डिक्सन टेक्नोलॉजीज – में भी निवेशकों ने बढ़चढ़कर दांव लगाया।
आगे की राह
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दिवाली से पहले जीएसटी सुधार लागू हो जाते हैं और वैश्विक स्तर पर तनाव कम होता है, तो भारतीय बाजार में लंबे समय की मजबूत रैली तय है।