छत्तीसगढ़ के सक्ती ज़िले से बड़ा मामला सामने आया है। पी.एम. श्री सेजेस स्कूल, मालखरौदा में छात्रों ने गेट पर ताला जड़ दिया और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मामला क्या है?
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लंबे समय से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे छात्र-पालक नाराज़ हैं।
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शिक्षा अधिकारियों को बार-बार आवेदन देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।
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मंगलवार सुबह छात्रों ने स्कूल का गेट बंद कर आंदोलन शुरू कर दिया।
पहले भी हो चुकी ताला बंदी
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हाल ही में धमतरी ज़िले के कई स्कूलों में भी यही हाल रहा।
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नगरी ब्लॉक के प्रायोगिक शाला अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल में पालकों ने ताला जड़ा था।
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125 बच्चों पर सिर्फ 2 शिक्षकों का बोझ होने से नाराज़गी बढ़ी।
️ प्रशासन का पक्ष
नगरी BEO कलीराम साहू ने कहा:
“शिक्षक कमी की जानकारी मिली है। दो शिक्षक मूल शाला वापस भेजे गए हैं। प्रस्ताव जिला शिक्षा अधिकारी को भेजा जा रहा है। जल्द समाधान की कोशिश होगी।”
⚠️ शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
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नए सत्र की शुरुआत होते ही बोकराबेड़ा, लोहरसी और अब नगरी जैसे इलाकों में तालाबंदी हुई।
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पालकों का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई और भविष्य खतरे में है।
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अधिकारी आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर समस्या जस की तस है।
यह मामला छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है – क्या बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक खुद कमी के शिकार रहेंगे?