छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 35 वर्षीय शादीशुदा महिला को उसके बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों ने पहले जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने लाश को बोरे में भरकर नाले में फेंक दिया। करीब 24 दिन बाद महिला का कंकाल बरामद हुआ।
ऐसे हुआ राज़फाश
महिला 28 जुलाई को राशन लेने घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने कई दिनों तक खोजबीन की और आखिरकार पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराई। जांच में पता चला कि महिला को आखिरी बार गांव के ही उमेंद्र प्रसाद बिंझिया (45) के साथ देखा गया था।
संदेह के आधार पर पुलिस ने उमेंद्र को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वारदात की बात कबूल कर ली।
वारदात की साजिश और अंजाम
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आरोपी उमेंद्र ने महिला को घर छोड़ने का झांसा दिया।
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रास्ते में वह अपने दोस्त संतराम उर्फ छोटू (28) के साथ महिला को जंगल में ले गया।
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वहां पहले से मौजूद तीसरे आरोपी गुलाब सिंह ने भी साथ दिया।
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तीनों ने मिलकर महिला से दुष्कर्म किया।
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जब महिला ने पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी, तो आरोपियों ने गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी।
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शव को बोरी में भरकर पास के नाले में फेंक दिया।
50 मीटर में फैला मिला कंकाल
पुलिस की टीम ने जब घटनास्थल की तलाशी ली तो शव पूरी तरह सड़-गल चुका था। बोरी फटने से हड्डियां और कपड़े करीब 50 मीटर क्षेत्र में बिखरे मिले। फॉरेंसिक टीम ने जांच की और कपड़ों व गहनों से महिला की पहचान की गई।
पुलिस की कार्रवाई
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दो आरोपियों (उमेंद्र और संतराम) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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तीसरा आरोपी गुलाब सिंह अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
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वारदात में इस्तेमाल बाइक और गमछा भी बरामद कर लिया गया है।
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दोनों गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
यह मामला एक बार फिर समाज को झकझोरने वाला है। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपी की तलाश तेजी से की जा रही है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।