BCCI ने बताए पाकिस्तान से न खेलने के 4 बड़े नुकसान, एशिया कप में तीन बार भिड़ंत संभव

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भारत और पाकिस्तान के रिश्ते हमेशा से तनाव और विवादों से घिरे रहे हैं। जब भी आतंकवाद से जुड़ी कोई घटना होती है, तो पहला सवाल यही उठता है कि भारत को पाकिस्तान से क्रिकेट क्यों खेलना चाहिए?

2008 का उदाहरण

26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद दिसंबर 2008 में भारत ने पाकिस्तान के साथ होने वाली द्विपक्षीय सीरीज रद्द कर दी थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने खेल मंत्रालय को साफ निर्देश दिए थे कि भारतीय टीम पाकिस्तान से कोई भी क्रिकेट नहीं खेलेगी।

2025 की स्थिति

अब 17 साल बाद हालात लगभग वही हैं। अप्रैल 2025 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी। इसके बाद फिर से आवाजें उठने लगी हैं कि भारत को न सिर्फ द्विपक्षीय सीरीज बल्कि एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट में भी पाकिस्तान का बायकॉट करना चाहिए।

9 सितंबर से यूएई में एशिया कप होना है, और इसमें भारत-पाकिस्तान के तीन मुकाबले हो सकते हैं। BCCI ने इस बार सरकार को चार तर्क दिए हैं कि क्यों भारत को पाकिस्तान से मैच खेलने चाहिए।

BCCI के चार तर्क

1. पाकिस्तान को फ्री पॉइंट्स क्यों मिलें?
अगर भारत एशिया कप में पाकिस्तान से खेलने से इंकार करता है तो पाकिस्तान को बिना खेले ही अंक मिल जाएंगे। इसका मतलब है कि पाकिस्तान आसानी से फाइनल तक पहुँच सकता है। BCCI मानता है कि यह भारत के लिए नुकसानदायक होगा।

2. एशियन ब्लॉक में भारत की पकड़ कमजोर हो जाएगी
एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) में भारत की मजबूत स्थिति है। अगर भारत पाकिस्तान का बायकॉट करता है तो टूर्नामेंट कमजोर होगा और कमाई पर भी असर पड़ेगा। इससे पाकिस्तान को मौका मिलेगा कि वह बाकी एशियाई देशों को भारत के खिलाफ खड़ा करे।

3. ICC की राजनीति पर असर
ICC में भारत की मजबूत स्थिति एशियाई देशों की एकजुटता की वजह से है। पाकिस्तान भी कई मौकों पर BCCI का साथ देता रहा है—यहां तक कि जय शाह को ICC चेयरमैन बनाने में भी। अगर भारत पाकिस्तान से नहीं खेलता तो यह गठजोड़ कमजोर हो सकता है।

4. ब्रॉडकास्टिंग और पैसों का नुकसान
एशिया कप के ब्रॉडकास्ट राइट्स 170 मिलियन डॉलर में बिके हैं, जिनकी कीमत भारत-पाक मैच की वजह से ही इतनी ज्यादा है। भारत-पाक मैचों के विज्ञापन स्लॉट 10 सेकेंड के लिए 25–30 लाख रुपए में बिकते हैं, जबकि अन्य मुकाबलों के लिए यह कीमत आधी रह जाती है। अगर भारत पाकिस्तान से नहीं खेलता तो ब्रॉडकास्टर को भारी नुकसान होगा और BCCI की विश्वसनीयता भी घटेगी।

क्या भारत-पाक मैच होंगे पक्के?

BCCI की राय साफ है कि पाकिस्तान से मैच होने चाहिए, लेकिन अंतिम फैसला सरकार का होगा। अगर सरकार बायकॉट का आदेश देती है तो भारतीय टीम खेलने से इंकार कर देगी।

खेल मंत्रालय ने भी कहा है कि अभी तक कोई आधिकारिक निर्देश नहीं आया है। लेकिन सितंबर में एशिया कप और उसी दौरान बिहार चुनाव प्रचार को देखते हुए दबाव बढ़ सकता है। मुमकिन है कि भारतीय टीम एशिया कप में जाए, लेकिन आखिरी वक्त पर पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से मना कर दे।

एशिया कप में बायकॉट का इतिहास

  • 1986: भारत ने श्रीलंका में हुए एशिया कप का बहिष्कार किया था। कारण पाकिस्तान नहीं, बल्कि श्रीलंका से बिगड़े रिश्ते थे।

  • 1990-91: चौथे एशिया कप की मेजबानी भारत ने की थी। इस बार पाकिस्तान ने भारत से खराब संबंधों के चलते टूर्नामेंट का बायकॉट किया।

कुल मिलाकर, मामला सिर्फ खेल का नहीं है, बल्कि राजनीति, कूटनीति और अरबों रुपए के बिज़नेस से भी जुड़ा है। इसलिए आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार क्रिकेट और पाकिस्तान को लेकर क्या रुख अपनाती है।

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