दिल्ली का एक लड़का, जिसकी रगों में बिज़नेस और दिमाग में स्टार्टअप के आइडिया थे, लेकिन हैंडसम लुक और फिटनेस ने उसका रास्ता बदल दिया।
कश्मीरी गेट की छोटी सी दुकान से शुरू होकर उसने रैंप पर कदम रखा और फिर बना मिस्टर इंडिया और मिस्टर इंटरनेशनल।
आज वही चेहरा रेमंड, मोंटे कार्लो, अरमानी, गुची, कार्टियर जैसे ब्रांड्स का हिस्सा रहा और फिल्मों-टीवी तक अपनी पहचान बनाई।
पापा से सीखा अनुशासन
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पापा की दुकान पर बैठने की शर्तें – टाइम पर पहुंचना, पैंट-शर्ट पहनना, झाड़ू लगाना और पूजा करना।
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पढ़ाई के साथ दुकान संभाली और नए प्रोडक्ट्स व सेल्स नेटवर्क जोड़कर कारोबार बढ़ाया।
शादी में मिला मॉडलिंग का मौका
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एक शादी में कोरियोग्राफर रश्मि गुरमानी ने टैलेंट पहचाना।
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पहला शो करने के बाद 6 महीने में 70-80 शो किए।
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दिल्ली का हाईएस्ट पेड मॉडल बने।
मिस्टर इंडिया बनने का टर्निंग पॉइंट
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BBA के बाद सोचा MBA करूंगा या मॉडलिंग?
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खुद को चैलेंज दिया – अगर मिस्टर इंडिया जीता तो मॉडलिंग, वरना बिज़नेस।
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2003 में टाइटल जीता और फिर मिस्टर इंटरनेशनल (लंदन) में रनर-अप बने।
ब्रांड्स के फेवरेट बने
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मोंटे कार्लो ने उनके लिए अपना नियम तोड़ा और लगातार 3 साल तक ब्रांड फेस बनाया।
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अरमानी, गुची, कार्टियर जैसे ग्लोबल ब्रांड्स से जुड़े।
प्यार और देश के लिए विदेश छोड़ा
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लंदन में बड़ा कॉन्ट्रैक्ट होने के बावजूद भारत लौटे।
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कारण – देशभक्ति और अपनी गर्लफ्रेंड पल्लवी, जिनसे बाद में शादी की।
बॉलीवुड एंट्री और झटका
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400 लोगों में से सेलेक्ट होकर फिल्म ‘यकीन’ मिलने वाली थी।
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लेकिन प्रियंका चोपड़ा ने न्यूकमर के साथ काम करने से मना कर दिया।
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इस झटके से डिप्रेशन में चले गए, लेकिन हिम्मत नहीं हारी।
म्यूजिक वीडियो से नयी पहचान
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बॉम्बे वाइकिंग्स का ‘छोड़ दो आंचल’ किया और रातों-रात पॉपुलर हो गए।
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फिर लगातार टीवी ऐड्स और म्यूजिक वीडियोज़ किए।
‘मर्डर’ का ऑफर ठुकराया
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महेश भट्ट ने ‘मर्डर’ में ऑफर दिया, लेकिन ऑन-स्क्रीन किसिंग सीन न करने की शर्त पर मना कर दिया।
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बाद में विक्रम भट्ट की ‘1920’ से डेब्यू किया, जो सुपरहिट रही।
फिल्मों से टीवी और OTT तक
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करिश्मा कपूर के साथ ‘डेंजरस इश्क’ की, मगर इंटीमेट सीन नहीं किया।
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टीवी पर रामलीला, आरंभ, श्रीमद भगवत महापुराण जैसे शो में नजर आए।
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‘खतरों के खिलाड़ी’ जीता और OTT पर भी एक्टिव रहे।
✨ निष्कर्ष:
रजनीश दुग्गल की कहानी बताती है कि सफलता कभी आसान नहीं होती। झटके, रिजेक्शन और चुनौतियों के बावजूद अगर आप कॉन्फिडेंस और अनुशासन बनाए रखें, तो स्टेज, स्क्रीन और जिंदगी – हर जगह आप जीत सकते हैं।