हरियाणा के फतेहाबाद के बैजलपुर गांव में 7 करोड़ रुपये से बना अत्याधुनिक 3D ब्लू एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम तैयार है, लेकिन कागजी अड़चन की वजह से यहां ताला लटका हुआ है।
8 सितंबर को प्रस्तावित अंडर-14, 17 और 19 स्टेट हॉकी चैंपियनशिप रद्द होने के कगार पर है।
अब 1242 खिलाड़ियों का भविष्य अधर में है।
️ स्टेडियम के फीचर्स
✅ 4 एकड़ में फैला इंटरनेशनल स्टैंडर्ड स्टेडियम
✅ 3D ब्लू एस्ट्रोटर्फ
✅ ऑटोमैटिक स्प्रिंकलर सिस्टम
✅ दर्शक दीर्घा, ड्रेसिंग रूम, सुरक्षा इंतजाम
इसे गोरखपुर हरियाणा अणु विद्युत परियोजना के सामाजिक सरोकार विंग ने बनवाया,
पर खेल विभाग ने अब तक टेकओवर नहीं किया।
विवाद की वजह
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स्टेडियम तैयार होने के बावजूद उद्घाटन लटका
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विभागीय पत्राचार में उलझा टेकओवर
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खिलाड़ियों को प्रैक्टिस के लिए भी मैदान नहीं
️ स्थानीय आवाज़ें
कोच रण सिंह ओला:
“स्टेडियम तैयार है, खिलाड़ियों को अभ्यास से रोकना भविष्य के साथ खिलवाड़ है।”
सरपंच हेमंत सिंह:
“खेल विभाग ने पैसा नहीं दिया, तो टेकओवर में हिचक क्यों? अगर चैंपियनशिप रद्द हुई तो डीएसओ दफ्तर के बाहर धरना देंगे।”
मुख्य अभियंता हृदयेश निगोतिया:
“स्टेडियम पूरी तरह तैयार है, इसे तुरंत चालू किया जाना चाहिए।”
नतीजा
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22 जिलों की टीमें महीनों से कर रही तैयारी
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चैंपियनशिप कैंसिल होने पर गुस्सा भड़केगा
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सरकार और खेल विभाग पर सवाल
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7 करोड़ की लागत से बना स्टेडियम कागजों में कैद
संक्षेप में:
हॉकी का हब बनने का सपना नौकरशाही की सुस्ती में फंस गया। अगर प्रशासन नहीं जागा तो 1242 खिलाड़ी और 7 करोड़ का सपना ताले में बंद रह जाएगा।