नवा रायपुर में बन रही छत्तीसगढ़ विधानसभा का काम अब फाइनल स्टेज पर है। पहली बार इसके अंदर से तस्वीरें सामने आई हैं।
5 लाख स्क्वॉयर फीट में फैली इस भव्य इमारत का 80% काम पूरा हो चुका है।
1,000 मजदूर दिन-रात 24 घंटे काम कर रहे हैं ताकि 1 नवंबर को प्रदेश के रजत जयंती समारोह पर इसका उद्घाटन हो सके।
क्या खास है नई विधानसभा में?
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सेंट्रल हॉल: 200 सीटिंग कैपेसिटी, अभी 45 सोफे लगेंगे, एक सोफे पर 2 विधायक बैठ सकेंगे।
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️ मंत्रियों के कमरे: 24 बनाए गए, फिलहाल 14 चालू होंगे।
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दर्शक दीर्घा: 200 लोगों के बैठने की जगह, VIP सीट तय करेगा स्पीकर।
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मीडिया गैलरी: 50 सीटें, 6 फीट का कांच सुरक्षा के लिए।
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ऑडिटोरियम: 1,000 लोगों की क्षमता, पास में म्यूजियम भी।
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पार्किंग: 700 गाड़ियों की जगह।
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हॉस्पिटल: आयुर्वेदिक, एलोपैथिक और होम्योपैथिक के लिए 8-8 बेड।
डिजाइन में छिपा ‘धान का कटोरा’
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विधानसभा का इंटीरियर धान की बालियों के थीम पर तैयार किया गया है।
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डिजाइन ऐसा कि सूरज की रोशनी हमेशा अंदर रहेगी।
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बिजली बचाने के लिए सेंट्रल एसी सिर्फ उसी बिल्डिंग में चलेगा जहां लोग मौजूद रहेंगे।
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आर्किटेक्ट संदीप श्रीवास्तव ने इसे 100 साल आगे की सोच के साथ डिजाइन किया है।
काम की रफ्तार
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2020 में हुई थी आधारशिला, 324 करोड़ की लागत।
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टेंडर के मुताबिक 2025 तक काम पूरा होना था।
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स्पीकर डॉ. रमन सिंह के निर्देश पर एक साल का काम सिर्फ 6 महीने में निपटाया जा रहा है।
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30 अक्टूबर तक विधानसभा पूरी तरह तैयार होगी।
संक्षेप में:
छत्तीसगढ़ की नई विधानसभा सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि आधुनिकता और परंपरा का शानदार संगम होगी। धान की बालियों से सजी ये इमारत आने वाले 100 सालों के लिए एक प्रतीक बनेगी।