अपडेट: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली (चीफ जस्टिस, पटना HC) और जस्टिस आलोक अराधे (चीफ जस्टिस, बॉम्बे HC) की नियुक्ति को मंजूरी दी।
️ अब सुप्रीम कोर्ट में गुजरात के 3 जज होंगे।
विवाद क्यों?
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कॉलेजियम की सिफारिश 4:1 से पास हुई, लेकिन जस्टिस बीवी नागरत्ना ने कड़ा विरोध जताया।
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उनका कहना:
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पहले से गुजरात के 2 जज हैं, तीसरे से क्षेत्रीय संतुलन बिगड़ेगा।
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नियुक्ति से न्यायपालिका पर उल्टा असर और कॉलेजियम सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल।
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जस्टिस पंचोली के 2031 में CJI बनने की संभावना भी चर्चा का विषय।
⚖️ जस्टिस पंचोली का सफर
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1991: गुजरात HC में वकालत की शुरुआत।
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लंबे समय तक सरकारी वकील रहे।
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24 जुलाई 2023: पटना HC जज नियुक्त।
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21 जुलाई 2024: पटना HC के चीफ जस्टिस बने।
⚡ फास्ट फैक्ट्स
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सिफारिश के 48 घंटे के भीतर ही केंद्र ने नियुक्ति पत्र जारी किया।
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कॉलेजियम: CJI बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत, विक्रम नाथ, जेके माहेश्वरी, बीवी नागरत्ना।
निष्कर्ष:
सुप्रीम कोर्ट में दो नए चेहरे तो आ गए, लेकिन जस्टिस पंचोली की नियुक्ति ने न्यायपालिका की पारदर्शिता और क्षेत्रीय संतुलन पर नई बहस छेड़ दी है।