हॉट अपडेट:
डोनाल्ड ट्रम्प के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने भारत पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रूस से सस्ता तेल खरीदकर भारत यूक्रेन जंग को फंड कर रहा है। नवारो के मुताबिक, मोदी सरकार का दोहरा खेल दुनिया के लिए खतरा बन रहा है।
नवारो के तीखे बयान
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“भारत तानाशाहों (रूस-चीन) के साथ खड़ा है, ये आपके दोस्त नहीं हैं।”
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“हर दिन 15 लाख बैरल रूसी तेल खरीदकर भारत, यूक्रेन के खिलाफ हथियारों के लिए पैसा दे रहा है।”
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“मोदी एरोगेंट हैं, उनकी नीतियों से अमेरिका के टैक्सपेयर्स, कामगार और इंडस्ट्री सब नुकसान में हैं।”
व्यापारिक तनाव: अमेरिका-भारत टैरिफ वॉर
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अमेरिका ने भारतीय सामान पर 50% तक टैरिफ लगाया।
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भारत के 66% निर्यात पर असर की आशंका।
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नवारो का कहना: “आज सौदे बंद करो, कल टैरिफ खत्म कर देंगे।”
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अमेरिकी सलाहकार केविन हैसेट ने चेतावनी दी: “भारत झुकेगा नहीं तो ट्रम्प भी नहीं झुकेंगे।”
भारत का रूसी तेल कनेक्शन
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युद्ध से पहले रूस से तेल खरीद 0.2% (68k बैरल/दिन) थी।
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मई 2023: बढ़कर 45% (20 लाख बैरल/दिन) हो गई।
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2025 (जनवरी-जुलाई): औसतन 17.8 लाख बैरल/दिन।
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भारत, चीन के बाद रूस का दूसरा सबसे बड़ा तेल खरीदार।
⚔️ रूस-यूक्रेन युद्ध का हाल
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फरवरी 2022 से जारी युद्ध में रूस 20% यूक्रेन पर कब्जा कर चुका।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की: “एक इंच जमीन नहीं छोड़ेंगे।”
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रूस: “कब्जाए गए क्षेत्र हमारी ऐतिहासिक धरोहर हैं, पीछे नहीं हटेंगे।”
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ट्रम्प ने हाल ही में पुतिन और जेलेंस्की दोनों से शांति वार्ता की कोशिश की।
बॉटम लाइन:
ट्रम्प टीम ने साफ कर दिया कि अगर भारत रूस से डील नहीं रोकेगा तो टैरिफ वॉर और कड़ा होगा। अमेरिका-भारत रिश्तों में बढ़ती तल्खी के बीच ये बयान दोनों देशों के लिए कूटनीतिक परीक्षा है।