रायपुर का कोटा रेलवे फाटक बंद करने की तैयारी: 10 हजार से ज्यादा लोग होंगे प्रभावित, ROB-RUB पर अड़चनें, रेलवे करेगा सर्वे

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रायपुर।
राजधानी रायपुर का कोटा रेलवे फाटक जल्द ही बंद किया जा सकता है। रेलवे प्रशासन ने इसके लिए तकनीकी सर्वे शुरू करने की तैयारी कर ली है। लेकिन इस फैसले से रोजाना इस मार्ग से गुजरने वाले 10 से 12 हजार लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। खास बात यह है कि फिलहाल इस फाटक का कोई ठोस वैकल्पिक मार्ग तय नहीं किया गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक कोई दूसरा रास्ता नहीं खोला जाता, रेलवे को इस फाटक को बंद करने का कदम टालना चाहिए। वहीं रेलवे प्रशासन का कहना है कि तकनीकी सर्वे पूरा होने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।


डीआरएम का बयान: अभी डेट फाइनल नहीं

रायपुर रेल मंडल के DRM दयानंद ने बताया:

“फाटक बंद करने का कोई भी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लिया जाएगा। हम अगले 10 से 15 दिनों में तकनीकी सर्वे पूरा करेंगे। इसके बाद ही तय होगा कि कौन-सा विकल्प अपनाया जाए। हमारा लक्ष्य लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए काम करना है।”

उन्होंने बताया कि रेलवे की योजना के अनुसार 2027 तक शहर के अंदर की सभी रेलवे क्रॉसिंग को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जाएगा।


ROB और RUB निर्माण पर अड़चनें

कोटा फाटक पर ROB (रोड ओवर ब्रिज) बनाने की संभावना लगभग न के बराबर है। RUB (रोड अंडर ब्रिज) पर भी तकनीकी दिक्कतें सामने आ रही हैं।

  • फाटक के दोनों ओर पहले से बने घर और दुकानों के कारण पर्याप्त लंबाई उपलब्ध नहीं है।

  • अगर अंडरब्रिज की ढलान सही नहीं बनी तो बरसात में पानी भरने की गंभीर समस्या होगी।
    इस वजह से रेलवे का इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट पहले डिटेल टेक्निकल सर्वे करेगा, ताकि व्यवहारिक समाधान खोजा जा सके।


स्टूडेंट्स और व्यापारियों पर सीधा असर

इस फाटक का बंद होना खासतौर पर NIT रायपुर, साइंस कॉलेज, आयुर्वेद कॉलेज और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के छात्रों को परेशान करेगा।

  • रोज़ाना आने-जाने में समय और खर्च दोनों बढ़ेंगे।

  • स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि इससे उनकी आपूर्ति चेन टूट जाएगी और ग्राहकों तक पहुंचना मुश्किल होगा।


संघर्ष से बनी थी यह सड़क

स्थानीय निवासियों के लिए कोटा को जीई रोड से जोड़ने वाली यह सड़क लंबे जनसंघर्ष का नतीजा है।
1990 के दशक में पूर्व पार्षद स्व. किशोर साहू ने इस सड़क के निर्माण के लिए आंदोलन किया था। उस समय लोगों को मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए NIT रायपुर (तब इंजीनियरिंग कॉलेज) के परिसर से होकर गुजरना पड़ता था।


दोपहिया और पैदल यात्रियों के लिए राहत?

रेलवे प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि यदि फाटक बंद भी किया गया, तो दो पहिया वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए एक सुरक्षित मार्ग बनाने पर विचार हो सकता है। हालांकि यह भी आगामी सर्वे के नतीजों पर निर्भर करेगा।


निष्कर्ष: फैसले पर टिकी हजारों लोगों की नजर

कोटा रेलवे फाटक का बंद होना शहर के हजारों लोगों के लिए बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। रेलवे की तरफ से फिलहाल सर्वे रिपोर्ट का इंतजार है। लोगों की सबसे बड़ी मांग है कि जब तक वैकल्पिक रास्ता तैयार न हो, इस मार्ग को बंद न किया जाए। आने वाले दो हफ्तों में इस पर बड़ा फैसला हो सकता है।

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