नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (दिल्ली जू) में बर्ड फ्लू (H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा) की पुष्टि के बाद इसे अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अगले 21 दिन बेहद महत्वपूर्ण होंगे। इसके बाद ही जू को फिर से खोलने का निर्णय लिया जाएगा।
कैसे सामने आया मामला?
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हाल ही में दिल्ली जू के जल पक्षी विहार में दो चित्रित सारस मृत पाए गए।
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इनके सैंपल भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान को भेजे गए।
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28 अगस्त को आई रिपोर्ट में दोनों सारसों में बर्ड फ्लू वायरस H5N1 की पुष्टि हुई।
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रिपोर्ट मिलते ही जू प्रशासन ने आपात बैठक बुलाकर चिड़ियाघर को बंद करने का फैसला लिया।
चिड़ियाघर में सुरक्षा और निगरानी बढ़ी
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सभी पक्षियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
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शेर, बाघ और अन्य जीवों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है।
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जू प्रशासन के मुताबिक, 21 दिन का क्वारंटीन पीरियड इस वायरस को रोकने के लिए अहम होगा।
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चिड़ियाघर में कड़े जैव-सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू कर दिए गए हैं।
बर्ड फ्लू कंट्रोल के लिए उठाए कदम
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केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन शुरू।
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संक्रमित प्रजातियों के लिए घरेलू मुर्गियों के लिए अपनाए जाने वाले मानक उपाय लागू।
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स्वस्थ और गैर-संक्रमित प्रजातियों के लिए इन उपायों को फिलहाल लागू नहीं किया गया।
दिल्ली जू में बर्ड फ्लू का इतिहास
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2017: पहली बार बर्ड फ्लू से 50+ पक्षियों और जानवरों की मौत, चिड़ियाघर 4 महीने बंद।
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2021: जनवरी में बर्ड फ्लू के कारण जू 3 महीने बंद।
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2025: अगस्त में तीसरी बार बर्ड फ्लू की पुष्टि, जू अनिश्चितकाल के लिए बंद।
क्यों है यह खबर अहम?
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दिल्ली जू में देश-विदेश से पर्यटकों की बड़ी संख्या आती है।
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बर्ड फ्लू का असर पर्यटन और वन्यजीव संरक्षण पर पड़ेगा।
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यह तीसरी बार है जब दिल्ली जू को बर्ड फ्लू के कारण बंद करना पड़ा।