सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के प्रभारी सचिव श्यामलाल धावड़े ने शनिवार को जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव भी उपस्थित रहे। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की वास्तविक स्थिति का जायजा लेना और मरीजों को और बेहतर सेवाएँ सुनिश्चित करना रहा।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी सचिव एवं कलेक्टर ने ओपीडी, जनरल वार्ड, एमसीएच बिल्डिंग, ब्लड बैंक और पोषण पुनर्वास केंद्र का बारीकी से अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से संवाद कर अस्पताल में उपलब्ध दवाइयों, उपचार व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी प्राप्त की।
अस्पताल परिसर में साफ-सफाई, पेयजल की व्यवस्था हो उत्तम
इस दौरान उन्होंने सामान्य वार्ड में भर्ती मरीज से बातचीत कर स्वास्थ्य केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने उनसे वार्ड में नियमित भोजन और फ्री में दवा मिलने के बारे में पूछताछ की। प्रभारी सचिव ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया कि, अस्पताल परिसर में साफ-सफाई, पेयजल और बिजली की व्यवस्था पूर्णतः दुरुस्त रखी जाए। मरीजों को किसी भी स्तर पर दवाइयों की कमी न हो। खराब मशीनों की तत्काल मरम्मत कराई जाए तथा आवश्यक नए उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
निरीक्षण के दौरान ये रहे मौजूद
प्रभारी सचिव धावड़े ने विशेष रूप से पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण कर कुपोषित बच्चों को नियमित रूप से भर्ती करने और उनके पोषण और देखभाल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही, अस्पताल परिसर में शौचालयों की नियमित सफाई और मूलभूत सुविधाओं की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया। निरीक्षण के दौरान जिला सीईओ मुकुन्द ठाकुर, सीएमएचओ डॉ. आर.के. सिंह, सिविल सर्जन डॉ. एम.आर. कश्यप सहित अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी और स्टाफ मौजूद रहे।