बाढ़ के बीच देवदूत बने नगरसेना के जवान : उफनती नदी को कराया पार, निमोनिया से पीड़ित बच्चों को पहुंचाया अस्पताल…!!

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बीजापुर – छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से बेहद ही सकारात्मक खबर सामने आई है। जहां भारी बारिश और बाढ़ के बीच चारों ओर डर और दहशत का माहौल था। उस समय नगरसेना के जवान दो मासूमों के लिए किसी देवदूत से काम नहीं साबित हुए। वेरुदी नदी के उस पार बसे पेद्दाजोजेर गांव में निमोनियां से पीड़ित दो नन्हे बच्चों की हालत गंभीर हो गई थी। बाढ़ के कारण गांव का संपर्क पूरी टूट जाने से परिजन बच्चों को अस्पताल नहीं ले जा पा रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, निराश और चिंतित परिजनों ने नगरसेना के बाढ़ बचाव दल से मदद की गुहार लगाई। सूचना मिलते ही जवान तत्काल नाव लेकर गांव पहुंचे और खतरनाक धरा को पार करते हुए दोनों बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। रेस्क्यू के बाद बच्चों को मेडिकल स्टाफ की टीम को सौंपा गया। जहां उनका तत्काल इलाज शुरू हुआ। अस्पताल पहुंचने के बाद बच्चों के परिजनों ने राहत की सांस ली और नगरसेना के जवानों का दिल से धन्यवाद किया।

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में फूटा बांध
वहीं बुधवार को ही बलरामपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। जहां अत्यधिक जल भराव से लुत्तीसढ़शा जलाशय ढह गया। बताया जा रहा है कि, यह बांध 1981 में मिट्टी से बना था। जानकारी के अनुसार, बांध के पास में निर्मित तीन घर भी ढह गए। रात की तलाशी के दौरान बांध में डूबे 2 महिलाओं की लाश मिली है। दोनों मृत महिला एक ही परिवार की सदस्य हैं। जिनका रिश्ता सास और बहु का है। वहीं सुबह की रेस्क्यू ऑपरेशन में एक महिला और एक पुरुष का शव बरामद हुआ है। जबकि चार अब भी लापता हैं।

मौके पर पहुंचे जिला पंचायत उपाध्यक्ष सिंहदेव
इस घटना में धान और टमाटर की फसल भी चौपट हो गई। वहीं मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष धीरज सिंहदेव पहुंचे। एसपी और कलेक्टर को भी सूचना दी गई। यह पूरी घटना रामानुजगंज थाना क्षेत्र के धनेशपुर गांव की है।

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