यूपी टी20 लीग के दौरान एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। क्रिकेट मैदान पर रोमांचक मुकाबलों के बीच मैच फिक्सिंग का जिन्न फिर से बाहर निकल आया है। इस बार एक टीम मैनेजर को 1 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया, जिससे पूरे टूर्नामेंट में हलचल मच गई।
कैसे हुआ खुलासा?
31 अगस्त को काशी रुद्र टीम के मैनेजर अर्जुन चौहान को इंस्टाग्राम पर एक अनजान यूजर से संदेश मिला। उसने खुद को एक बड़ा सट्टेबाज बताते हुए सीधे-सीधे फिक्सिंग का प्रस्ताव रख दिया।
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ऑफर: मैच फिक्सिंग के लिए 1 करोड़ रुपये
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कमीशन: 50 लाख रुपये का अलग वादा
ACU और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
मैनेजर ने तुरंत BCCI की एंटी करप्शन यूनिट (ACU) को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद ACU ने जाल बिछाया और आरोपी से बातचीत शुरू की।
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आरोपी ने व्हाट्सएप पर कॉल और मैसेज करने का दबाव डाला।
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उसने खिलाड़ियों को निर्देश मानने और मैच खत्म होते ही भुगतान करने का लालच दिया।
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कैश या डॉलर में पेमेंट की पेशकश भी की।
ACU ने इस बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया और सबूत पुलिस के हवाले कर दिए।
FIR में लगे गंभीर आरोप
लखनऊ पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए कई धाराओं में कार्रवाई की है।
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भारतीय न्याय संहिता की धारा 318, 319, 112, 62
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सार्वजनिक जुआ अधिनियम, 1867 की धारा 3
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IT Act 2000 की धारा 66D
प्रारंभिक जांच से साफ है कि यह सिर्फ एक छोटी घटना नहीं बल्कि सुनियोजित फिक्सिंग रैकेट का हिस्सा है।
आरोपी और नेटवर्क की तलाश
पुलिस अब उस इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल के पीछे छिपे असली मास्टरमाइंड को पकड़ने में जुटी है। जांचकर्ता मानते हैं कि इसके पीछे एक बड़ा सट्टेबाजी नेटवर्क काम कर रहा है।
टूर्नामेंट पर असर
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यूपी टी20 लीग 17 अगस्त से लखनऊ में शुरू हुई थी।
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6 सितंबर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में फिक्सिंग की खबर ने फैंस और खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
निष्कर्ष:
यूपी टी20 लीग का यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि फिक्सिंग का खतरा सिर्फ इंटरनेशनल क्रिकेट तक सीमित नहीं, बल्कि घरेलू टूर्नामेंट भी इसकी चपेट में हैं। BCCI और पुलिस की सतर्कता ने एक बड़ी साजिश को शुरुआती स्तर पर ही उजागर कर दिया।