कई बार बच्चे बड़े होते-होते झिझक और आत्मविश्वास की कमी महसूस करने लगते हैं। लेकिन पैरेंट्स अगर सही तरीके अपनाएँ तो यह समस्या मुश्किल नहीं रहती। बच्चे का कॉन्फिडेंस उसी माहौल और परवरिश से बनता है, जो आप उन्हें देते हैं। यहाँ 5 आसान पैरेंटिंग टिप्स दिए गए हैं जो आपके बच्चे को आत्मविश्वासी और पॉजिटिव बना सकते हैं।
1. बच्चे की बात ध्यान से सुनें
जब आप अपने बच्चे की छोटी-छोटी बातें भी ध्यान से सुनते हैं, तो उसे लगता है कि उसकी राय की अहमियत है। यह आदत उसे खुलकर बोलना और खुद को महत्वपूर्ण समझना सिखाती है।
2. सही समय पर सच्ची तारीफ करें
बच्चे की किसी भी उपलब्धि – चाहे पढ़ाई में हो, खेल में हो या घर की जिम्मेदारी निभाने में – ईमानदारी से तारीफ करें। यह आदत उसके अंदर “मैं कर सकता हूँ” वाला आत्मविश्वास पैदा करती है।
3. गलतियों से सीखने दें
बच्चों को हर गलती पर डाँटने के बजाय समझाएँ कि गलतियाँ सीखने का हिस्सा हैं। जब बच्चा बिना डर के नई चीजें ट्राई करेगा, तभी उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह चुनौतियों से लड़ना सीखेगा।
4. जिम्मेदारी सौंपें
उम्र के हिसाब से छोटे-छोटे काम सौंपें – जैसे बैग तैयार करना, कमरा व्यवस्थित करना या पढ़ाई का टाइमटेबल बनाना। जिम्मेदारियाँ निभाने से बच्चों को लगता है कि वे परिवार के लिए जरूरी हैं और उनका कॉन्फिडेंस दोगुना हो जाता है।
5. नए अनुभवों से जोड़ें
बच्चों को म्यूज़िक क्लास, पेंटिंग, खेल या स्टेज एक्टिविटीज़ में भाग लेने का मौका दें। हर नया अनुभव उनके अंदर झिझक कम करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
निष्कर्ष:
आत्मविश्वास जन्म से नहीं आता, बल्कि सही परवरिश और माहौल से विकसित होता है। पैरेंट्स अगर बच्चों को प्यार, सपोर्ट और नए मौके देंगे, तो बच्चे जिंदगी की हर चुनौती को हिम्मत और मुस्कुराहट के साथ फेस करेंगे।