जेएलएनएचआरसी (जवाहर लाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र) द्वारा बीएसपी सीएसआर के सहयोग से ‘मिशन लक्ष्मी’ नामक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान निरंतर संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 12 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग की महिलाओं को स्वास्थ्य जांच एवं जागरूकता से जोड़ना है। मिशन लक्ष्मी के अंतर्गत हीमोग्लोबिन, रक्त शर्करा, पैप स्मीयर जैसी बुनियादी जांचों के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। बीएसपी के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं विभाग व सीएसआर के संयुक्त तत्वाधान में संचालित यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य की रक्षा और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
08 अप्रैल 2024 को ‘मिशन लक्ष्मी’ का शुभारम्भ, मुख्य अतिथि कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री पवन कुमार द्वारा प्रतीक चिन्ह (लोगो) का अनावरण कर किया गया था। ‘मिशन लक्ष्मी’ योजना, जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र तथा निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग के संयुक्त तत्वाधान में, महिलाओं के व्यापक स्वास्थ्य से सम्बन्धित योजना है। इस परियोजना के अंतर्गत प्रथम शिविर का आयोजन 1 मई 2024 को बीआईकेसी (भिलाई इस्पात कल्याण चिकित्सालय), सेक्टर-6 में किया गया व अब तक 16 शिविरों का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें 1165 लाभार्थियों का पंजीकरण एवं परीक्षण किया गया है। इन शिविरों से आसपास की वंचित आबादी विशेष रूप से लाभान्वित हो रही है।
भिलाई इस्पात संयंत्र, महिला कर्मचारियों के कल्याणार्थ समय-समय पर विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी देखभाल कार्यक्रमों एवं जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन करता है। ‘मिशन लक्ष्मी’ ऐसे ही पहलों में से एक है। महिलाएं सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही है, जिससे घर, परिवार एवं कामकाज में व्यवस्तता के कारण वह स्वयं के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। ‘मिशन लक्ष्मी’ महिलाओं के व्यापक स्वास्थ्य की देखभाल पर केन्द्रित है। ‘मिशन लक्ष्मी’ के तहत बालिकाओं, युवतियों एवं महिलाओं का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, स्वास्थ्य संबंधित जानकारी, आयरन, फोलिक एसिड व एलबेंडाजॉल टेबलेट का वितरण तथा रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा आदि की जाँच शामिल है।
इसी कड़ी में, दिनांक 09 सितम्बर 2025 को मानव संसाधन विभाग में संयंत्र की महिला सफाई कर्मियों हेतु स्वास्थ्य जांच एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस विशेष पहल का उद्देश्य महिला कर्मियों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग करना और नियमित जांच को उनकी दिनचर्या का हिस्सा बनाना है।