नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आईएसआईएस और अन्य आतंकी नेटवर्क से जुड़े मामलों में सोमवार को 5 राज्यों और जम्मू-कश्मीर में 21 स्थानों पर बड़ी कार्रवाई की। अधिकारियों के अनुसार, यह मामला जून 2025 में तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले की कांचिपुरम पुलिस से एनआईए को ट्रांसफर हुआ था।
एनआईए की टीमों ने बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। प्रारंभिक जांच में पता चला कि जब्त सामग्री आतंकी गतिविधियों से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग दे सकती है।
कार्रवाई का उद्देश्य और महत्व
एनआईए ने बताया कि यह छापेमारी आतंकवादियों के नेटवर्क को तोड़ने और उनकी भविष्य की योजनाओं को विफल करने के लिए की गई। जब्त दस्तावेज और डिजिटल सबूत फोरेंसिक जांच के लिए भेजे जा रहे हैं ताकि साजिश में शामिल अन्य व्यक्तियों और उनके फंडिंग स्रोतों का पता लगाया जा सके।
सुरक्षा और कानूनी कार्रवाई
एनआईए अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कदम देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने और आतंकवाद के खिलाफ व्यापक रणनीति का हिस्सा है। जांच पूरी होने के बाद मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस संयुक्त कार्रवाई से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगी। ऐसी कार्रवाइयां देश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए बेहद अहम मानी जाती हैं।