आजकल कारों में कई तरह के एडवांस सेंसर लगाए जाते हैं, जो ड्राइविंग को आसान और सुरक्षित बनाते हैं। ये सेंसर सड़क पर हादसों के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं, कौन-कौन से सेफ्टी सेंसर कारों में शामिल किए जाते हैं।
ADAS (Advanced Driver Assistance System)
नई कारों में ADAS सेंसर सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण फीचर के रूप में शामिल होते हैं। यह सेंसर कार के सामने किसी वाहन या वस्तु के आने का पता लगाकर स्वतः ब्रेक लगा देता है। इस तकनीक से अचानक सामने आने वाली बाधाओं से बचाव होता है और दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।
रिवर्स पार्किंग सेंसर
रिवर्स करते समय दुर्घटना की संभावना सबसे ज्यादा होती है। रिवर्स पार्किंग सेंसर पीछे किसी वस्तु या व्यक्ति की मौजूदगी का पता लगाकर ड्राइवर को अलर्ट देता है। कुछ कारों में यह सेंसर आगे की ओर भी लगाए जाते हैं, जिससे पार्किंग और ट्रैफिक में ड्राइविंग आसान और सुरक्षित हो जाती है।
सीट बेल्ट सेंसर
नई कारों में सीट बेल्ट सेंसर ड्राइवर और यात्रियों को सीट बेल्ट न लगाने पर बीप द्वारा चेतावनी देता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी यात्री सीट बेल्ट का उपयोग करें, और सड़क पर सुरक्षा बढ़ती है।
रेन सेंसिंग वाइपर
तेज़ बारिश या विंडशील्ड पर पानी पड़ने से विजिबिलिटी कम हो सकती है। रेन सेंसिंग वाइपर सेंसर जैसे ही बारिश की बूंदें विंडशील्ड पर आती हैं, वाइपर को स्वतः चालू कर देता है। इससे ड्राइवर की विजिबिलिटी बनी रहती है और सुरक्षित ड्राइविंग सुनिश्चित होती है।
इन एडवांस सेंसर फीचर्स की वजह से आज की कारें पहले से अधिक सुरक्षित, स्मार्ट और आरामदायक बन गई हैं। ये तकनीकें ड्राइविंग के अनुभव को बेहतर बनाती हैं और सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं।