भिलाई के युवा लेफ्टिनेंट हर्ष गोहिया का भिलाई विद्यालय सेक्टर-2 में भव्य स्वागत

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भिलाई के होनहार युवा एवं भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन प्राप्त श्री हर्ष गोहिया का भिलाई विद्यालय सेक्टर-2 के प्राचार्य श्री विजय सिंह पवार एवं समूचे शाला परिवार द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य श्री पवार ने पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया तथा इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर शुभकामनाएँ दीं।

अपने संबोधन में श्री विजय सिंह पवार ने कहा कि सफलता उन्हीं को प्राप्त होती है जो कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं। उन्होंने हर्ष गोहिया को भिलाई विद्यालय का गौरव बताते हुए विद्यार्थियों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

लेफ्टिनेंट हर्ष गोहिया ने विद्यालय के सभागार में उपस्थित शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने अपने अनुशासन, लगन, दृढ़ संकल्प और समय प्रबंधन को सफलता की कुंजी बताते हुए साझा किया कि किस प्रकार उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित कम्बाइंड डिफेंस सर्विसेज परीक्षा (सीडीएस) 2023 में सफलता प्राप्त कर आल इंडिया रैंक 187 हासिल की। हर्ष ने अपनी दिनचर्या, तैयारी की रणनीति और व्यक्तिगत अनुभवों को आत्मविश्वास और ओजपूर्ण शैली में प्रस्तुत किया, जिससे पूरा सभागार प्रेरणा और उत्साह से गूंज उठा।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सफलता पाने के लिए सबसे आवश्यक है कि हम एक स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करें और उसे प्राप्त करने हेतु निरंतर परिश्रम करें। उन्होंने कहा कि जन्म से कोई महान नहीं होता, बल्कि कर्म और शिक्षा ही व्यक्ति को महान बनाती है।इस अवसर पर छात्रों के साथ एक संवाद सत्र का भी आयोजन किया गया, जहाँ उन्होंने छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर दिए और उन्हें मार्गदर्शन देने का आश्वासन भी दिया।

उन्होंने डिफेंस अकादमी में चयन प्रक्रिया और प्रशिक्षण की विस्तृत जानकारी साझा की। प्रशिक्षण काल की कठिनाइयों एवं गतिविधियों के अनुभव सुनाते समय उनकी बातें विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणादायी सिद्ध हुईं।

उल्लेखनीय है कि लेफ्टिनेंट हर्ष गोहिया की यह उपलब्धि भिलाई इस्पात संयंत्र की परंपरा और संस्कारों से भी गहराई से जुड़ी है। उनकी शिक्षा भिलाई इस्पात संयंत्र के शैक्षणिक संस्थानों—बीएसपी भिलाई विद्यालय, सेक्टर-2 और बीएसपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल-10 से हुई हैं, जिन्होंने उनके अनुशासन और प्रतिबद्धता की नींव रखी।

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