हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार गुलजार नज़र आया। सेंसेक्स करीब 400 अंकों की छलांग लगाकर 81,900 के स्तर तक पहुँच गया, जबकि निफ्टी भी 25,100 के ऊपर कारोबार करता दिखा। यह पहली बार है जब 21 अगस्त के बाद निफ्टी ने यह स्तर पार किया।
तेजी की बड़ी वजहें
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अमेरिकी फेड की दर कटौती की उम्मीदें
कमज़ोर जॉब डेटा के चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिकी फेडरल रिज़र्व 17 सितंबर को ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करेगा। निचली दरें विदेशी निवेशकों के लिए उभरते बाजारों को और आकर्षक बनाती हैं। इसी का असर भारतीय बाजार पर भी दिखा। -
ग्लोबल संकेतों का समर्थन
एशियाई बाजार जैसे जापान का निक्केई, साउथ कोरिया का कोस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और शंघाई कंपोज़िट सभी हरे निशान में रहे। अमेरिकी बाजार भी गुरुवार को मज़बूती के साथ बंद हुए थे। -
जीएसटी काउंसिल का तोहफ़ा
400 से अधिक प्रोडक्ट्स पर टैक्स घटाने के फैसले ने कंज्यूमर गुड्स और ऑटो सेक्टर के शेयरों को मज़बूत किया। इससे बाजार में नई ऊर्जा देखने को मिली। -
क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट
ब्रेंट क्रूड करीब 0.87% गिरकर 65.79 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। कच्चे तेल की कीमत कम होने से महंगाई पर दबाव घटता है और कंपनियों के प्रॉफिट मार्जिन सुधरते हैं।
सेक्टर और स्टॉक्स की चाल
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बाज़ार का मूड पॉजिटिव रहा। करीब 2000 शेयर चढ़े, जबकि 1498 गिरे और 155 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
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आईटी, मेटल और रियल्टी इंडेक्स ने बढ़त दिखाई।
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एफएमसीजी और पीएसयू बैंक को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए।
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इंफोसिस 2% चढ़ा। कंपनी ने 18,000 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा शेयर बायबैक प्रोग्राम मंज़ूर किया है।
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टाटा मोटर्स, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एक्सिस बैंक जैसे दिग्गज शेयरों ने भी सेंसेक्स को मज़बूती दी।
निचोड़
ग्लोबल संकेत, जीएसटी राहत और कच्चे तेल की गिरती कीमतों ने मिलकर शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार को नई ऊँचाई पर पहुंचा दिया। निवेशकों के चेहरे पर रौनक लौट आई और बाजार में उत्साह का माहौल बन गया।