भिलाई इस्पात संयंत्र के मानव संसाधन विकास केन्द्र में 12 सितम्बर 2025 को “समाधान” श्रृंखला के अंतर्गत “मर्चेंट मिल के हॉट आवर्स बढ़ाने हेतु रोल लाइफ बढ़ाना” विषय पर एक परफॉरमेंस इम्प्रूवमेंट वर्कशॉप (पीआईडब्लू) का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मर्चेंट मिल, वायर रॉड मिल, आरएसएम, आरडीसीआईएस, आरसीएल एवं आरटीएस से 28 प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
“समाधान” श्रृंखला का उद्देश्य संयंत्र की जटिल एवं महत्वपूर्ण चुनौतियों का व्यावहारिक समाधान निकालना है। वित्त वर्ष 2024-25 में आठ पीआईडब्ल्यू विभिन्न संचालन संबंधी चुनौतियों पर आयोजित किए गए थे, वहीं वर्ष 2025-26 के लिए दस विशेष अंत:क्रियात्मक कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, जिनमें पीआईडब्ल्यू, एलईओ और दस ओएसएलओ कार्यक्रम शामिल हैं।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य महाप्रबंधक (आरएसएम एवं आरटीएस) श्री. टी. दस्तीदार, मुख्य महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) श्री. एम. के. गोयल तथा डोमेन विशेषज्ञ एवं भूतपूर्व महाप्रबंधक प्रभारी (यूआरएम) श्री. के. जी. मुरलीधरन ने अपनी उपस्थिती दर्ज की और अपने महत्वपूर्ण तकनीकी अनुभव साझा किए।
अवसर पर संबोधित करते हुए मुख्य महाप्रबंधक (आरएसएम एवं आरटीएस) श्री. टी. दस्तीदार ने कहा कि पीआईडब्ल्यू के बढ़ते आयोजन से शॉप-फ्लोर टीमें व्यावहारिक समाधान विकसित करने में सक्षम होंगी, जिससे उत्पादन प्रदर्शन में निरंतर सुधार होगा।
मुख्य महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) श्री. एम. के. गोयल ने मर्चेंट मिल बिरादरी की आकांक्षाओं और इसके कार्यबल के उत्साह को रेखांकित करते हुए कहा कि यह प्रयास वार्षिक व्यवसाय योजना (एबीपी) लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होगा।
कार्यशाला के दौरान क्रॉस-फंक्शनल समूहों ने विचार-विमर्श कर अपने सुझाव वरिष्ठ अधिकारियों तथा शॉप/सेक्शन इंचार्जों की पैनल के समक्ष प्रस्तुत किए। इन विचार-विमर्शों का मार्गदर्शन महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) श्री. एस. के. हरिरमानी एवं भूतपूर्व महाप्रबंधक प्रभारी (यूआरएम-बीएसपी) श्री. के. जी. मुरलीधरन ने किया, जिन्होंने अपने तकनीकी दृष्टिकोण से चर्चाओं को सरल व ज्ञानवर्धक बनाया।
कार्यशाला में प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन महाप्रबंधक प्रभारी (एचआर-एलएंडडी) श्री. संजीव श्रीवास्तव ने दिया। उन्होंने संयंत्र संबंधी विशिष्ट चुनौतियों के समाधान हेतु पीआईडब्ल्यू की महत्ता को रेखांकित किया और कहा कि एचआर-एलएंडडी ऐसी कार्यशालाओं का अधिकाधिक आयोजन कर समस्या-समाधान के लिए संरचित मंच उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यशाला का संचालन एवं समन्वयन तथा आभार प्रदर्शन महाप्रबंधक (एचआर-एलएंडडी) श्री. मुकुल सहारिया ने किया।
श्री. सहारिया ने इससे पूर्व एमडब्ल्यूआरएम के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ संवाद कर महत्वपूर्ण समस्या क्षेत्रों की पहचान की थी और उसी के आधार पर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी।