छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक के ग्राम पंचायत जलगढ़ में अवैध महुआ शराब का कारोबार इस कदर पैर पसार चुका है कि ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। गांव में फैल रही दबंगई और खुलेआम हो रही शराब बिक्री से परेशान होकर सैकड़ों ग्रामीण सरपंच की अगुवाई में एसपी कार्यालय जा पहुंचे और जोरदार विरोध दर्ज कराया।
ग्रामीणों ने साफ कहा कि गांव का माहौल लगातार बिगड़ रहा है, युवक और छात्र नशे की चपेट में आ रहे हैं, परिवार टूट रहे हैं, और पुलिस के ढीले रवैये से शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं
ग्रामीणों का आरोप है कि सरिया थाना पुलिस को बार-बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
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नतीजा यह हुआ कि गांव में अवैध शराब का धंधा खुलेआम फल-फूल रहा है।
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शराब माफिया दबंगई दिखाकर ग्रामीणों को डराने का काम कर रहे हैं।
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लोग लगातार पुलिस-प्रशासन से कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं।
सरपंच संघ की चेतावनी
इस विरोध प्रदर्शन में सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष खगेश्वर रात्रे ने भी ग्रामीणों का साथ दिया। उन्होंने साफ कहा –
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गांव में अवैध शराब और दबंगई किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगी।
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अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीण सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
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प्रशासन को तुरंत अवैध कारोबार रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।
एसपी आँजनेय वार्ष्णेय का आश्वासन
ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए एसपी आँजनेय वार्ष्णेय ने आश्वासन दिया कि –
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जलगढ़ समेत पूरे इलाके में अवैध शराब का कारोबार कतई नहीं चलने दिया जाएगा।
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शराब बेचने वाले और दबंगई करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
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लेकिन इसके लिए ग्रामीणों को भी पुलिस का सहयोग करना होगा ताकि ठोस कार्रवाई हो सके।
अब सबकी नजरें प्रशासन पर
ग्रामीणों के विरोध और एसपी की सख्त चेतावनी के बाद अब निगाहें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिक गई हैं।
सवाल यही है कि –
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क्या जलगढ़ गांव से अवैध शराब का धंधा वाकई खत्म होगा?
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या फिर ग्रामीणों और प्रशासन के बीच यह संघर्ष अभी और लंबा चलेगा?