श्रीलंका के युवा स्पिनर दुनिथ वेलालागे ने देशभक्ति और जज्बे की मिसाल पेश की है। 2 दिन पहले अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच खेलने के बाद उन्हें पिता की निधन की दुखद खबर मिली। वेलालागे तुरंत श्रीलंका लौटे और पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद दूसरे ही दिन यूएई वापस लौटकर बांग्लादेश के खिलाफ सुपर-4 मैच में खेलने के लिए तैयार हो गए।
वेलालागे का जज्बा
दुनिथ वेलालागे ने अपने व्यक्तिगत दुख को पीछे रखते हुए टीम के लिए वापसी की। इस तरह का जज्बा पहले पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर ने भी दिखाया था। 1999 विश्व कप के दौरान सचिन ने अपने पिता को खो दिया था, लेकिन टूर्नामेंट में लौटकर मैच खेला और पिता को याद करते हुए शतक जमाया था।
पिता का निधन और यूएई वापसी
वेलालागे के पिता सुरंगा का 54 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ। उस दिन वेलालागे ने अफगानिस्तान के खिलाफ मैच खेला था। मैच के बाद उन्हें पिता के निधन की जानकारी मिली और उन्होंने तुरंत कोलंबो लौटकर अंतिम संस्कार में भाग लिया। इसके अगले ही दिन यानी शुक्रवार रात वेलालागे टीम मैनेजर के साथ यूएई वापस आए।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच में उपलब्ध
श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने शुक्रवार रात बयान जारी कर कहा कि वेलालागे बांग्लादेश के खिलाफ सुपर-4 मैच में खेलने के लिए पूरी तरह उपलब्ध रहेंगे।
पिछले प्रदर्शन का जिक्र
अफगानिस्तान के खिलाफ मैच वेलालागे के लिए आसान नहीं रहा। अंतिम ओवर में अफगानिस्तान के ऑलराउंडर मोहम्मद नबी ने उनके खिलाफ 5 छक्के लगाए। बावजूद इसके श्रीलंका ने यह मुकाबला जीतकर सुपर-4 में जगह बनाई।
करियर का आंकड़ा
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वेलालागे ने अब तक श्रीलंका के लिए 31 वनडे और 5 टी20 मैच खेले हैं।
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उनके इस जज्बे ने टीम और फैंस दोनों को प्रभावित किया।