प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गुजरात दौरे पर पहुंचे और भावनगर में जनता को संबोधित किया। करीब 35 मिनट लंबे भाषण में उन्होंने भारत की प्रगति, आत्मनिर्भरता और नए कानूनों पर विस्तार से बात की।
मोदी ने कहा कि भारत दुनिया के लिए मित्रभाव से आगे बढ़ रहा है और किसी भी राष्ट्र से दुश्मनी नहीं रखता। लेकिन अगर हमारा कोई असली दुश्मन है, तो वह है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। उन्होंने चेताया कि परनिर्भरता से आत्मसम्मान को ठेस लगती है और भविष्य की पीढ़ियों का नुकसान होता है। इसलिए ज़रूरी है कि हम सब मिलकर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करें। मोदी ने कहा – “सैकड़ों दुखों का एक ही इलाज है, आत्मनिर्भर भारत।”
पीएम मोदी के भाषण की 3 अहम बातें
1. परनिर्भरता सबसे बड़ी चुनौती
मोदी ने कहा कि अगर भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनना है, तो आत्मनिर्भर होना अनिवार्य है। दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश के लिए विदेशी निर्भरता एक विफलता का संकेत है।
2. कांग्रेस पर निशाना
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में टैलेंट और स्किल की कमी नहीं है, लेकिन कांग्रेस सरकारों ने इसे नज़रअंदाज़ किया। दशकों तक लाइसेंस-कोटा राज और भ्रष्टाचार से देश की असली ताकत दबकर रह गई। खासकर शिपिंग सेक्टर में, जहां कभी भारत विश्वगुरु था, वहीं पिछली नीतियों ने इसे कमजोर कर दिया।
3. विकसित भारत का संकल्प
मोदी ने कहा कि देशवासियों को तय करना होगा कि चाहे चिप बनानी हो या शिप – सब कुछ भारत में ही तैयार हो। उन्होंने संसद में हाल ही में बदले गए पुराने ब्रिटिशकालीन कानूनों का ज़िक्र करते हुए कहा कि अब कारोबार और आसान होगा और समुद्री क्षेत्र में बड़े सुधार देखने को मिलेंगे।
भावनगर में विकास की सौगात
मोदी ने “समुद्र से समृद्धि” कार्यक्रम में 34,200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। ये प्रोजेक्ट पोर्ट्स, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय तथा गुजरात मैरीटाइम बोर्ड से जुड़े हैं।
इसके साथ ही उन्होंने मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल (MICT) का भी वर्चुअल उद्घाटन किया। 4.15 लाख वर्गफुट क्षेत्र में बने इस टर्मिनल में हर साल 10 लाख यात्री यात्रा कर सकेंगे। यहां एक साथ 5 क्रूज़ शिप खड़े हो सकते हैं और यात्रियों के लिए 72 चेक-इन व इमिग्रेशन काउंटर बनाए गए हैं।
लोथल का दौरा
पीएम मोदी अहमदाबाद जिले के लोथल पहुंचे, जहां वे नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (NMHC) की प्रगति का जायजा लेंगे। 4,500 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा यह कॉम्प्लेक्स भारत की समृद्ध समुद्री सभ्यता और सिंधु घाटी के गौरवशाली इतिहास को प्रदर्शित करेगा।
लोथल एक समय विश्व का बड़ा व्यापारिक और जहाज निर्माण केंद्र था। अब यहां बनने वाला हेरिटेज कॉम्प्लेक्स न सिर्फ पर्यटन स्थल होगा, बल्कि शोध और अध्ययन का भी प्रमुख केंद्र बनेगा। इससे स्थानीय युवाओं को बड़े पैमाने पर रोज़गार मिलने की उम्मीद है।
कुल मिलाकर, मोदी का संदेश साफ है – भारत का भविष्य आत्मनिर्भरता पर टिका है। विदेशी परनिर्भरता से मुक्ति ही सशक्त और विकसित भारत का रास्ता है।