क्या आप भी सोने से पहले फोन का Wi-Fi ऑफ करने की आदत रखते हैं? या फिर सोचते हैं कि वाई-फाई चालू रहने से नींद खराब हो सकती है? अक्सर लोग यह मानते हैं कि Wi-Fi से निकलने वाली रेडिएशन हमारे दिमाग और नींद पर असर डाल सकती है। लेकिन क्या यह सच है या सिर्फ एक भ्रम? आइए जानते हैं कि सोते वक्त वाई-फाई बंद करना चाहिए या नहीं।
वाई-फाई से निकलने वाली रेडिएशन क्या होती है?
वाई-फाई डिवाइस से जो तरंगे निकलती हैं, उन्हें Radiofrequency कहा जाता है। ये नॉन-आयोनाइजिंग रेडिएशन होती हैं, यानी इतनी शक्तिशाली नहीं होतीं कि आपकी कोशिकाओं को सीधे नुकसान पहुंचा सकें।
- मोबाइल, टीवी, रेडियो और माइक्रोवेव भी इसी कैटेगरी में आते हैं।
- वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके रेडिएशन की मात्रा बहुत कम होती है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक नहीं है।
क्या वाई-फाई सच में नींद को प्रभावित करता है?
- कई रिसर्च में पाया गया है कि वाई-फाई और मोबाइल से निकलने वाली तरंगें हमरी नींद खराब करती है।
- कुछ लोगों को सिरदर्द, बेचैनी या नींद में कठिनाई की शिकायत रहती है, जिसे वे वाई-फाई से जोड़कर देखते हैं।
- मेडिकल साइंस के पास इस बात का ठोस सबूत नहीं है कि केवल Wi-Fi ही नींद खराब करता है।
- नींद खराब होने की बड़ी वजह स्क्रीन टाइम है। सोने से ठीक पहले फोन स्क्रॉल करना, नोटिफिकेशन देखना और ब्लू लाइट है।
सोते वक्त वाई-फाई बंद करने के फायदे
कम होगा डिस्ट्रैक्शन
अगर वाई-फाई बंद होगा तो नोटिफिकेशन या मैसेज की आवाज से आपकी नींद नहीं टूटेगी।
डिजिटल डिटॉक्स
लगातार इंटरनेट ऑन रहने से लोग देर रात तक ऑनलाइन रहते हैं। वाई-फाई ऑफ करने से यह आदत टूट सकती है।
एनर्जी सेविंग
लंबे समय तक वाई-फाई ऑन रखने से बिजली खर्च होती है और राउटर गर्म हो सकता है। रात में इसे बंद करना एक स्मार्ट विकल्प है।
क्या हर किसी को सोते वक्त वाई-फाई ऑफ करना चाहिए?
- अगर आपको नींद में परेशानी, चिंता या सिरदर्द की समस्या रहती है तो रात में वाई-फाई ऑफ करने की आदत डाल सकते हैं।
- बच्चों के कमरे में सोते वक्त वाई-फाई या मोबाइल का कम इस्तेमाल करना बेहतर माना जाता है।
- अगर आपको इससे कोई दिक्कत नहीं है, तो मेडिकल दृष्टिकोण से वाई-फाई ऑन रखने में भी कोई बड़ा खतरा नहीं है।
नींद बेहतर बनाने के सही उपाय
वाई-फाई बंद करना एक विकल्प हो सकता है, लेकिन अच्छी नींद के लिए केवल यही काफी नहीं है। आप कुछ और हेल्दी हैबिट्स अपनाकर नींद की गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं:
- स्क्रीन टाइम कम करें – सोने से कम से कम 1 घंटे पहले मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल बंद करें।
- सोने का फिक्स टाइम रखें – रोज़ एक ही समय पर सोएं और उठें।
- कैफीन से दूरी – शाम के बाद चाय-कॉफी या एनर्जी ड्रिंक से बचें।
- डार्क और साइलेंट रूम – नींद के लिए कमरे का वातावरण शांत और अंधेरा रखें।
- फिजिकल एक्टिविटी – दिनभर हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से नींद गहरी आती है।
सोते वक्त वाई-फाई बंद करना पूरी तरह से व्यक्तिगत पसंद है। वैज्ञानिक नजरिए से Wi-Fi signals इतने खतरनाक नहीं हैं कि आपकी सेहत को सीधा नुकसान पहुंचाएं। लेकिन अगर आपको लगता है कि इससे नींद पर असर पड़ता है, तो इसे ऑफ करने में कोई बुराई नहीं। असल नुकसान ज्यादा स्क्रीन टाइम और देर रात तक ऑनलाइन एक्टिव रहने से होता है।