छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर क्षेत्र में एक जंगली हाथी मिट्टी के पुराने गड्ढे में गिर गया। यह घटना सुबह करीब 4 बजे सीतापुर वन परिक्षेत्र के सरगा खेजूरपारा में हुई। गड्ढे में हाथी गिरने की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई और हाथी को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।
कोरबा में हाथी शावक की मौत
इसी बीच, रविवार को कोरबा जिले में हसदेव नदी के किनारे एक हाथी शावक का शव मिला। बताया जा रहा है कि शावक नदी पार करते समय बह गया था। स्थानीय लोगों ने इसे देखकर तुरंत वन विभाग को सूचना दी। टीम ने मौके पर जाकर शव बरामद कर लिया। कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज में कुल 54 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। शावक इसी झुंड का हिस्सा था।
मौत के कारणों की होगी पुष्टि
रेंजर अभिषेक दुबे ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शावक के नदी के तेज बहाव के साथ बह जाने की संभावना है। मृत्यु के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चलेगा। शुरुआती जांच के अनुसार, यह माना जा रहा है कि शावक नदी पार करते समय बह गया।
हाल ही में जन्मे बच्चे
एक सप्ताह पहले सखोदा में एक हथिनी ने बच्चों को जन्म दिया था। इसके बाद झुंड में कुल 27 हाथी आगे बढ़े थे।