उत्तर प्रदेश के पंचायत मंत्री और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की सेहत रविवार (21 सितंबर) को अचानक बिगड़ गई। उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉ. अनूप ठक्कर की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने खुद उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
क्या हुआ था ओम प्रकाश राजभर को?
राजभर रविवार दोपहर वाराणसी रैली में हिस्सा लेने जा रहे थे। कमरे से निकलते ही उन्हें चक्कर आए और वे लगभग गिर गए। इसके बाद बोलने में दिक्कत और जुबान लड़खड़ाने जैसे लक्षण दिखाई दिए। डॉक्टरों ने शुरुआती जांच में ब्रेन स्ट्रोक की आशंका जताई। उन्हें तुरंत आजमगढ़ से लखनऊ के लोहिया अस्पताल लाया गया।
लोहिया अस्पताल में शुरुआती जांच
बृजेश पाठक ने स्वयं राजभर को अस्पताल पहुंचाया।
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जनरल मेडिसिन, कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी विभाग ने जांच की।
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CT स्कैन और खून की रिपोर्ट सामान्य आई।
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लगभग ढाई घंटे लोहिया में इलाज के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
मेदांता अस्पताल में इलाज
मेदांता के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि:
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राजभर का इलाज न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अनूप ठक्कर की निगरानी में चल रहा है।
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चक्कर आने के बाद उनकी बोलने में दिक्कत थी।
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फिलहाल हालत स्थिर है और उन्हें प्राइवेट वार्ड में रखा गया है।
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डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।