रिलेशनशिप एडवाइज: बॉयफ्रेंड इंस्टा पर लड़कियों से चैट करता है – क्या यह रेड फ्लैग है या आपकी इनसिक्योरिटी?

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सवाल:
मैं 27 साल की हूं और दिल्ली में अपने बॉयफ्रेंड के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में हूं। हम दोनों कॉर्पोरेट जॉब करते हैं और 2 साल से साथ हैं। पिछले कुछ महीनों से मेरा बॉयफ्रेंड सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हो गया है। वह कई लड़कियों की पोस्ट पर कमेंट करता है, चैट करता है और देर रात तक ऑनलाइन रहता है। जब मैं पूछती हूं तो कहता है कि ये सिर्फ फ्रेंडली बातचीत है।

हालांकि, वह फ्लर्टी कमेंट्स से बचता है। फिर भी मुझे लगता है कि वह मुझसे फोन छिपाकर चैट करता है। पहले हमारे पासवर्ड्स एक-दूसरे को पता थे, लेकिन अब उसके इंस्टाग्राम का पासवर्ड बदल गया है। इससे मुझे जलन और असुरक्षा महसूस हो रही है।


एक्सपर्ट व्याख्या: डॉ. जया सुकुल, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, नोएडा

सबसे पहले जान लें कि आपके जज्बात सामान्य और नॉर्मल हैं। रिश्तों में सोशल मीडिया के कारण उलझन होना आम बात है। आपके बॉयफ्रेंड ने सवाल पर इसे फ्रेंडली बताया, लेकिन आपकी असुरक्षा को अनदेखा नहीं किया जा सकता। स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक, सोशल मीडिया एक्टिविटी की वजह से लगभग 23% लोग रिश्तों में जलन या अनिश्चितता महसूस करते हैं।


सोशल मीडिया रिश्तों को कैसे प्रभावित करता है

सोशल मीडिया हमारी जिंदगी को कनेक्टेड बनाता है, लेकिन रिश्तों में जलन और मिसअंडरस्टैंडिंग भी बढ़ाता है। इंस्टाग्राम, फेसबुक या ट्विटर पर लोग अपनी परफेक्ट लाइफ दिखाते हैं, जिससे पार्टनर्स के बीच तुलना और संदेह पैदा होता है।

अगर आपका बॉयफ्रेंड लड़कियों की पोस्ट पर कमेंट करता है या देर रात चैट करता है, तो यह केवल फ्रेंडली एक्टिविटी नहीं लगती। ऐसे व्यवहार से भरोसा टूट सकता है और रिश्ते में असंतुलन आ सकता है।


क्या यह रेड फ्लैग है या आपकी इनसिक्योरिटी?

कई बार महिलाओं की भावनाओं को इनसिक्योरिटी या जलन कहकर हल्का कर दिया जाता है। लेकिन रिश्ते में दोनों को बराबर सम्मान मिलना चाहिए।

अगर आपका बॉयफ्रेंड देर रात चैट करता है, फ्लर्टी कमेंट करता है, या पूछने पर डिफेंसिव हो जाता है, तो यह अलार्मिंग साइन हो सकता है। फोन छुपाना या सोशल मीडिया पर सिंगल जैसा बिहेवियर रेड फ्लैग है।

आपकी इनसिक्योरिटी आपके पास्ट एक्सपीरियंस से आ सकती है, लेकिन यहाँ उसका व्यवहार इसे ट्रिगर कर रहा है। रिश्ते में दोनों की भावनाओं का सम्मान होना जरूरी है।


रिश्ते में बराबरी का मतलब

बराबरी का मतलब है कि महिला की भावनाओं को उतना ही महत्व मिले जितना पुरुष की भावनाओं को। सोशल मीडिया पर अक्सर महिलाओं से अपेक्षा की जाती है कि वे समझदार और शांत रहें। लेकिन यह गलत है। अगर आपको असुरक्षा महसूस हो रही है, तो यह रिश्ते में असंतुलन का संकेत है, आपकी कमी नहीं।


क्या करें – ब्रेकअप से पहले कदम

  • खुलकर बात करें: सही समय चुनें, जैसे शाम को टहलते हुए।

  • साफ-साफ बताएं कि सोशल मीडिया एक्टिविटी से असुरक्षा महसूस होती है।

  • देखें कि वह बदलाव करने को तैयार है या नहीं।

  • बाउंड्री सेट करें: जैसे देर रात चैट न करना, फ्लर्टी कमेंट्स से बचना।

  • जरूरत लगे तो काउंसलर की मदद लें।


ब्रेकअप करें या नहीं?

अगर वह आपकी बात सुनता है, बदलाव करने को तैयार है और रिश्ते में ट्रांसपेरेंसी दिखाता है, तो एक मौका दिया जा सकता है। लेकिन अगर वह आपकी चिंता को टालता है या आपको ही ब्लेम करता है, तो यह रेड फ्लैग है।


अपने लिए सही फैसला लें

आप एक हेल्दी रिश्ते की हकदार हैं, जहां भरोसा, सम्मान और बराबरी हो। सोशल मीडिया को ‘छोटी बात’ कहकर नजरअंदाज न करें, अगर यह आपकी मानसिक शांति छीन रहा है।

याद रखें: असुरक्षा महसूस होना रिश्ते के असंतुलन का संकेत है, आपकी कमी नहीं। हिम्मत रखें और अपने लिए सही फैसला लें। आप अकेली नहीं हैं।


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