नारायणपुर जिला अस्पताल में नक्सल क्षेत्र प्रोत्साहन राशि (CRMC) के लंबित होने से डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ नाराज हो गए हैं। स्वास्थ्यकर्मियों ने 2 से 3 घंटे के लिए पोस्टमार्टम प्रक्रिया रोक दी और भुगतान जल्द करने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
नाराजगी के कारण
डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने कहा कि वे लगातार सभी कठिन परिस्थितियों में सेवाएँ दे रहे हैं। चाहे बम धमकियों वाले क्षेत्र में ट्रायजिंग करना हो, नक्सल घटनाओं के बाद पोस्टमार्टम करना हो या दूरस्थ इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाना हो, सभी परिस्थितियों में वे तैनात हैं। लेकिन पिछले 9 महीनों से प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं मिला, जिससे उनका मनोबल प्रभावित हुआ है।
सरकार पर निशाना
स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि समीपवर्ती कोंडागांव जिले में मार्च 2025 तक CRMC राशि का भुगतान हो चुका है, लेकिन नारायणपुर जैसे संवेदनशील जिले को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने सरकार को भुगतान में देरी के लिए जिम्मेदार ठहराया और स्पष्ट किया कि इससे कर्मचारियों का मनोबल गिर रहा है।
विरोध और चेतावनी
इस मुद्दे को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने पहले भी कई बार ज्ञापन सौंपे हैं। 7 अगस्त 2025 को स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव के निरीक्षण दौरे के दौरान भी आवेदन दिया गया था। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यदि लंबित राशि का भुगतान तुरंत नहीं हुआ, तो विरोध और तेज किया जाएगा।