ग्रेटर नोएडा में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को किया। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने प्रदर्शनी का दौरा किया और उद्यमियों से संवाद किया। अपने संबोधन में उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार के प्रयासों और उद्योगों की भूमिका पर ज़ोर दिया।
पीएम मोदी के संबोधन की 5 प्रमुख बातें
1. ‘चिप से लेकर जहाज तक भारत में बने’
मोदी ने कहा कि छोटे से छोटे पुर्जे से लेकर बड़े से बड़े जहाज तक सबकुछ अब भारत में ही बनेगा। उन्होंने उद्यमियों से अपील की कि वे अपने बिजनेस मॉडल को आत्मनिर्भर भारत अभियान को मज़बूत करने के हिसाब से तैयार करें। उन्होंने बताया कि कई पुराने कानून खत्म कर दिए गए हैं ताकि व्यापारियों को अनावश्यक मुकदमों से मुक्ति मिले।
2. 2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2047 तक विकसित देश बनने की ओर अग्रसर है। वैश्विक अस्थिरताओं के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मज़बूती से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कठिनाइयों को भारत अवसर में बदल रहा है और यही आत्मनिर्भर भारत का असली मंत्र है।
3. सेना की पहली पसंद – स्वदेशी हथियार
मोदी ने कहा कि अब भारतीय सेनाएं विदेशी पर निर्भर नहीं रहना चाहतीं। इसके लिए देश में एक मज़बूत रक्षा उद्योग खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में रूस की मदद से बनने वाली फैक्ट्री में जल्द ही AK-203 राइफलों का उत्पादन शुरू होगा। साथ ही, यूपी डिफेंस कॉरिडोर में ब्रह्मोस मिसाइल और अन्य हथियारों का निर्माण पहले से चल रहा है।
4. आत्मनिर्भरता ही मजबूरी नहीं, संकल्प है
मोदी ने स्पष्ट किया कि बदलती दुनिया में किसी भी देश की तरक्की उसकी आत्मनिर्भरता पर निर्भर करती है। भारत जैसे विशाल देश के लिए किसी पर निर्भर रहना विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, “भारत में इस्तेमाल होने वाली हर चीज़ भारत में ही बननी चाहिए।”
5. छोटे व्यापारियों के लिए बड़ा मंच – ई-मार्केटप्लेस
पीएम ने बताया कि आज करीब 25 लाख छोटे दुकानदार और सेवा प्रदाता Government e-Marketplace (GeM) पोर्टल से सीधे सरकार को सामान बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
समापन संदेश
मोदी ने जोर दिया कि अब समय आ गया है कि रिसर्च, डिज़ाइन और निवेश में सभी लोग योगदान दें। उन्होंने कहा कि यह वही दौर है जब भारत को “मेड इन इंडिया” से लेकर “डिज़ाइन इन इंडिया” और “डेवलप इन इंडिया” तक का मजबूत इकोसिस्टम बनाना होगा।