अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीनी कंपनी बाइटडांस से TikTok का अमेरिकी कारोबार बेचने की डील को हरी झंडी दे दी है। यह डील लगभग 14 बिलियन डॉलर (₹1.24 लाख करोड़) में फाइनल हुई है। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कई कड़े प्रावधान भी शामिल किए गए हैं।
बाइटडांस की हिस्सेदारी होगी घटकर 20% से कम
नई डील के तहत TikTok का अमेरिकी बिजनेस एक अलग कंपनी के रूप में स्थापित होगा, जिसमें ज्यादातर हिस्सेदारी अमेरिकी निवेशकों के पास होगी। वहीं, बाइटडांस का स्टेक 20% से कम कर दिया जाएगा, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित हो सके।
Oracle को मिली डेटा सिक्योरिटी की जिम्मेदारी
TikTok के अमेरिकी यूज़र्स का डेटा सुरक्षित रखने का काम Oracle Corp को सौंपा गया है। कंपनी TikTok का डेटा अपने क्लाउड सर्वर पर स्टोर करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी तरह का विदेशी प्रभाव या सुरक्षा में सेंध न लगे।
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Oracle कंटेंट रिकमेंडेशन सॉफ्टवेयर को भी मॉनिटर करेगा।
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TikTok का एल्गोरिदम लीज पर लिया जाएगा और Oracle की निगरानी में दोबारा तैयार किया जाएगा।
चीन की मंजूरी अभी बाकी
हालांकि ट्रम्प ने इस समझौते को मंजूरी दे दी है, लेकिन चीन की तरफ से अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वॉशिंगटन में चीनी दूतावास ने बयान दिया है कि अमेरिका को चीनी निवेशकों के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी माहौल उपलब्ध कराना चाहिए।
निवेशकों का ग्रुप तय होना बाकी
ओरेकल के अलावा Silver Lake Management और अबू धाबी की MGX जैसी कंपनियां भी निवेश में रुचि दिखा रही हैं। वे बोर्ड में अपनी सीट चाहती हैं, लेकिन इस पर बातचीत जारी है।
डील की वैल्यू और डेडलाइन
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अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के मुताबिक नई कंपनी की वैल्यू करीब 14 बिलियन डॉलर आंकी जा रही है।
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ट्रम्प के आदेश के अनुसार, डील पूरी करने के लिए 120 दिन की समय सीमा तय की गई है।
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यह पांचवीं बार है जब डेडलाइन बढ़ाई गई है, और अब जनवरी तक डील के पूरे होने की उम्मीद है।
कानूनी पेंच और बैकग्राउंड
पहले बाइडन प्रशासन ने TikTok को अमेरिका में बैन करने या किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने का आदेश दिया था। इसके खिलाफ बाइटडांस ने मुकदमा दायर किया था। लेकिन ट्रम्प के सत्ता में लौटने के बाद उन्हें राहत मिली और अब यह डील सामने आई है।
आगे क्या?
अगर चीन और बाकी निवेशकों से सहमति मिल गई, तो यह डील TikTok के लिए अमेरिका में एक नया अध्याय खोल सकती है। इससे न सिर्फ अमेरिकी यूज़र्स का डेटा सुरक्षित रहेगा बल्कि TikTok पूरी तरह अमेरिकी नियंत्रण में आ जाएगा।