रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। आसमान में छाए काले बादलों और मूसलाधार बरसात ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग समेत बस्तर संभाग के कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है।
रायपुर और दुर्ग में सड़कों पर पानी
राजधानी रायपुर और दुर्ग में बुधवार सुबह से ही सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया। कई मोहल्लों में गलियां तालाब जैसी दिखने लगीं। वहीं, लगातार हो रही बरसात ने शहर की रफ्तार थाम दी है।
सारंगढ़ में कार नाले में बही
सारंगढ़ जिले में बारिश ने खतरनाक मोड़ ले लिया। बिलाईगढ़ मुख्यालय के नाले में पानी दो फीट ऊपर तक बहने लगा, जिससे स्वास्थ्य केंद्र और थाने जैसे दफ्तरों तक पहुंचना मुश्किल हो गया। इसी बीच विक्रमपाली नाले को पार करती एक कार तेज धार में बह गई। गनीमत रही कि कार में सवार तीनों लोग समय रहते कूदकर बच निकले।
अधूरे पुल से बढ़ी मुश्किलें
बरमकेला से ओडिशा को जोड़ने वाले इस मार्ग पर पुल अधूरा पड़ा है। बारिश के मौसम में हर साल यह रास्ता बंद हो जाता है। विधायक ने विधानसभा में मुद्दा उठाया था, लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ है।
बलौदा बाजार में रिकॉर्ड तोड़ बारिश
बलौदा बाजार जिले में भी हालात बिगड़े हुए हैं। मंगलवार रात से तेज बारिश जारी है। आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक 758.4 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। सुहेला तहसील में सबसे ज्यादा 962.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सोनाखान तहसील में सबसे कम 632.7 मिमी।
गांवों में घरों तक घुसा पानी
बार-नवापारा और देवपुर जंगल क्षेत्र में नाले उफान पर हैं। कई वनग्रामों में पानी घरों और गलियों तक घुस चुका है। स्कूल और मैदान भी जलमग्न हैं। फिलहाल प्रशासन अलर्ट पर है और किसी बड़े खतरे की खबर नहीं है।
पिथौरा- महासमुंद रोड बंद
कसडोल ब्लॉक के कुकरिकोना पुलिया के ऊपर चार फीट तक पानी बहने लगा है। इसके चलते कसडोल से पिथौरा और महासमुंद जाने वाला रास्ता बंद हो गया है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे छत्तीसगढ़ के लिए बेहद अहम हैं। लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।