बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़: जिले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रधान आरक्षक अंजोर दास मांझी को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। उन्हें सेक्सटॉर्शन, ब्लैकमेलिंग और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने जैसे आरोपों में दोषी पाया गया।
जानकारी के अनुसार, अंजोर दास मांझी पर लंबे समय से इन मामलों की जांच चल रही थी। जांच में दोषी पाए जाने के बाद पुलिस विभाग ने तत्काल उन्हें बर्खास्त करने का निर्णय लिया।
मोटी रकम वसूलने के आरोप:
अंजोर दास मांझी पर बलौदा बाजार शहर और आसपास के क्षेत्रों के कई लोगों को महिला संबंधी अपराधों में फंसाने और लोकलाज का भय दिखाकर मोटी रकम वसूलने के आरोप भी हैं। इस मामले में सिटी कोतवाली में प्रकरण दर्ज है और जांच जारी है।
तीन FIR दर्ज:
10 सितंबर को भाटापारा विधानसभा क्षेत्र के सिमगा ब्लॉक से एक और मामला सामने आया। इसमें बर्खास्त आरक्षक पर ठगी और दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगे। जानकारी के अनुसार, आरोपी ने एक व्यक्ति से लगभग 18 हजार रुपये और दूसरे से 80 हजार रुपये की ठगी की। इसके अलावा उस पर एक नाबालिग युवती के साथ दुष्कर्म का आरोप भी है।
पुलिस की कार्रवाई:
सिमगा थाना पुलिस ने तीनों मामलों में अलग-अलग FIR दर्ज की है। आरोपी की पहचान जयप्रकाश मिश्रा के रूप में हुई है, जो मूल रूप से मध्यप्रदेश के शहडोल का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।