गढ़चिरौली पुलिस की ‘प्रोजेक्ट संजीवनी’: 106 आत्मसमर्पित माओवादियों को मिली शिक्षा की नई राह

Spread the love

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में पुलिस प्रशासन लगातार आत्मसमर्पित माओवादियों को मुख्यधारा से जोड़ने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में गढ़चिरौली पुलिस ने ‘प्रोजेक्ट संजीवनी’ के तहत एक अनोखी पहल की है।

विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर 8 से 21 सितंबर 2025 तक चलाए गए विशेष साक्षरता अभियान में 106 आत्मसमर्पित माओवादियों को पढ़ना-लिखना, अंकगणित और डिजिटल साक्षरता की शिक्षा दी गई। 21 सितंबर को आयोजित साक्षरता परीक्षा में 42 आत्मसमर्पित माओवादियों ने भाग लिया। परीक्षा पास करने के बाद उन्हें 5वीं और 8वीं कक्षा की परीक्षा देने की पात्रता प्राप्त होगी।

सशक्त बनाने के साथ रोजगार के अवसर भी
यह पहल न केवल उन्हें शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाएगी, बल्कि आगे रोजगार के नए अवसरों का मार्ग भी प्रशस्त करेगी। पुलिस के अनुसार, वर्ष 2005 से अब तक 716 माओवादी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके हैं। पुलिस अधीक्षक नीलोत्सव के नेतृत्व में यह अभियान आत्मसमर्पित माओवादियों के समग्र विकास और समाज में पुर्नवास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

रायपुर से एक और नक्सली गिरफ्तार
वहीं 28 सितंबर को राजधानी रायपुर में एक और नक्सली पकड़ा गया। स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) ने नक्सली रामा किचाम को भाठागांव इलाके से गिरफ्तार किया था। आरोपी के कब्जे से सोने के बिस्किट और नगदी रकम भी मिली है। चार दिन पहले भी नक्सली दंपति गिरफ्तार हुए थे। फिलहाल नक्सली को हिरासत में लेकर जांच और पूछताछ की जा रही है।

एक नक्सली रायपुर के डीडीनगर से हुआ गिरफ्तार
दो दिन पहले स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) की टीम ने आंबेडकर अस्पताल में उपचार कराने आए बीजापुर के एक महिला नक्सली सहित दो को गिरफ्तार किया था। एसआईए को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक महिला नक्सली लंबे अरसे से पहचान छिपाकर डीडीनगर में किराए पर मकान लेकर रह रही थी। बताया जा रहा है कि, जग्गू ने मकान मालिक को फर्जी आधार कार्ड दिया था।

कई दस्तावेज हुए थे बरामद
दोनों नक्सलियों को एसआईए ने मंगलवार को गिरफ्तार कर पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया था। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस को उनके पास से अहम दस्तावेज, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि सामान मिले थे। गिरफ्तार नक्सली किस कैडर के हैं इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है।

एसआईए कई खुलासे कर सकती है
गिरफ्तार नक्सलियों का नाम जग्गू उर्फ रमेश कुरसम तथा कमला कुरसम है। कमला के रायपुर में होने की जानकारी मिलने के बाद जग्गू उसके बारे में जानकारी हासिल कर कमला के घर में रहकर अस्पताल में अपने पथरी का इलाज करा रहा था। सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में कमला का लीडर मारा गया था। इसके बाद कमला बुरी तरह से डर गई और वह छिपते-छिपाते रायपुर आ गई। कमला रायपुर में अपना पहचान छिपाकर रहने लगी। नक्सलियों से पूछताछ में एसआईए को क्या जानकारी मिली है, आने वाले दिनों में एसआईए इस संबंध में खुलासा कर सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *