नवरात्रि 2025 में अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन माता रानी और छोटी कन्याओं को भोग लगाने के लिए पारंपरिक हलवा-चने का प्रसाद तैयार किया जाता है। मान्यता है कि छोटी-छोटी कन्याएं माता का स्वरूप होती हैं, इसलिए भोग अर्पित करने से माता दुर्गा की विशेष कृपा मिलती है।
हलवा बनाने की सामग्री और विधि
सामग्री:
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सूजी
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शुद्ध देसी घी
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चीनी
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पानी
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इलायची पाउडर
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ड्राय फ्रूट्स (काजू, बादाम, किशमिश)
विधि:
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सबसे पहले कढ़ाई में घी गरम करें और सूजी डालकर सुनहरा भूनें।
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दूसरी तरफ पानी उबालकर उसमें चीनी डालें और चाशनी तैयार करें।
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चाशनी को धीरे-धीरे भुनी हुई सूजी में डालें और लगातार चलाते रहें ताकि हलवा चिपके नहीं।
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थोड़ा और घी डालकर अच्छे से मिलाएं। हलवा गाढ़ा होने पर इलायची पाउडर डालें।
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अंत में सूखे मेवे डालकर गार्निश करें।
चना बनाने की सामग्री और विधि
सामग्री:
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चने
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नमक
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हल्दी पाउडर
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हरा धनिया
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हरी मिर्च
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जीरा
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तेल
विधि:
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चनों को रातभर भिगो दें।
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अगली सुबह प्रेशर कुकर में नमक और हल्दी डालकर 5-6 सीटी तक उबालें।
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अलग बर्तन में चनों को निकाल लें।
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कढ़ाई में तेल गरम करें, जीरा डालें और चटकाएं।
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बारीक कटी हरी मिर्च डालकर कुछ मिनट भूनें।
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उबले हुए चने डालें और 5-7 मिनट धीमी आंच पर पकाएं।
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मसालों के साथ अच्छे से मिलाएं और ऊपर से हरा धनिया डालकर गार्निश करें।
इस हलवा-चने के प्रसाद से न केवल कन्या पूजन सुंदर बनता है, बल्कि माता दुर्गा की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है।