भिलाई के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में सामाजिक जिम्मेदारी और सांस्कृतिक जागरूकता के लिए दो प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए। संस्थान ने ‘स्वच्छता ही सेवा 2025’ और स्वच्छता पखवाड़े के तहत श्रमदान किया, वहीं हिंदी पखवाड़े का आयोजन कर मातृभाषा हिंदी के महत्व को रेखांकित किया।
स्वच्छता अभियान 17 से 30 सितंबर तक चला। इसमें संस्थान परिवार ने गेट नंबर 1 से जेवरा मार्ग और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सफाई की। स्वच्छता पखवाड़े के दौरान जल संरक्षण, पेपर बैग निर्माण और मिट्टी से गमले बनाने जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं।
समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों ने पर्यावरण-अनुकूल व्यवहार अपनाने और स्वच्छ भारत के निर्माण की शपथ ली। इस आयोजन का उद्देश्य हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देना था।
हिंदी पखवाड़ा भी मनाया
इसी अवधि में, 16 से 30 सितंबर तक आईआईटी भिलाई में हिंदी पखवाड़ा भी मनाया गया। इसमें निबंध लेखन, कविता पाठ और काव्य सम्मेलन जैसी गतिविधियां शामिल थीं, जिनमें छात्रों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। एक हिंदी कार्यशाला के माध्यम से कार्यालयीन कामकाज में राजभाषा हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा दिया गया।
हिंदी पखवाड़े का समापन 30 सितंबर को हुआ, जहां विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार दिए गए। निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश के मार्गदर्शन में आयोजित इस पखवाड़े ने संस्थान में हिंदी के प्रयोग और उसके प्रति जागरूकता को नई दिशा दी।
अभियान में शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों और उनके परिजनों ने श्रमदान में हिस्सा लिया। इस अभियान का संचालन नोडल ऑफिसर सचिन मिश्रा ने किया, जबकि निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश ने इसका नेतृत्व किया।