टेक दिग्गज Google में एक बार फिर नौकरी कटौती हुई है। ताज़ा रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने 100 कर्मचारियों को निकाल दिया, जिनमें ज्यादातर डिजाइन से जुड़े पदों पर काम कर रहे थे।
कंपनी का कहना है कि जनरेटिव AI को सर्च और अन्य प्रोडक्ट्स में तेजी से इंटीग्रेट करने के कारण पुराने इंटरफेस और यूजर एक्सपीरियंस डिज़ाइन रोल्स की ज़रूरत कम हो गई है। इसी वजह से यह छंटनी की गई।
AI-फर्स्ट स्ट्रेटेजी और पिचाई का विज़न
गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने पहले ही साफ कर दिया था कि कंपनी अब पूरी तरह से AI-फर्स्ट विज़न पर काम करेगी।
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पिचाई ने हाल ही में कहा था कि गूगल को ज्यादा एफिशिएंट बनना होगा।
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गैर-ज़रूरी खर्चों में कटौती और AI-केंद्रित प्रोडक्ट्स पर फोकस उनकी प्राथमिकता है।
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यही वजह है कि अब उन पुराने रोल्स को हटाया जा रहा है, जिनकी जगह AI टूल्स और ऑटोमेशन ने ले ली है।
पिछले कुछ सालों में गूगल की छंटनी
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जनवरी 2022 – गूगल ने 12,000 नौकरियों में कटौती की थी।
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मई 2024 – लागत घटाने के लिए 200 कर्मचारियों को निकाला और कुछ जॉब्स विदेशों में ट्रांसफर कर दिए।
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अब अक्टूबर 2025 – डिज़ाइन टीम में 100 लोगों की छंटनी।
दरअसल, OpenAI जैसे प्रतिस्पर्धी लगातार नए AI प्रोडक्ट्स लॉन्च कर रहे हैं, जो सीधे गूगल के सर्च बिज़नेस को चुनौती देते हैं। इस दबाव में गूगल अपने प्रोडक्ट और वर्कफोर्स दोनों को रीशेप कर रहा है।
क्या मतलब है इस छंटनी का?
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कंपनी तेजी से AI-इंटीग्रेटेड प्रोडक्ट्स की ओर बढ़ रही है।
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पारंपरिक डिजाइन और इंटरफेस से जुड़े रोल्स अब अप्रासंगिक माने जा रहे हैं।
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नए दौर में AI-संबंधित स्किल्स रखने वाले कर्मचारियों की मांग बढ़ेगी।
कुल मिलाकर, Google की यह छंटनी सिर्फ नौकरियां घटाने की नहीं बल्कि पूरे वर्क कल्चर को AI-ड्रिवन बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।