OpenAI बनी दुनिया की सबसे बड़ी स्टार्टअप, 500 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन के साथ SpaceX को पछाड़ा

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दिग्गज कंपनी OpenAI ने वैल्यूएशन के मामले में एलन मस्क की SpaceX को पीछे छोड़ दिया है। ताज़ा डील के बाद कंपनी की वैल्यूएशन 500 बिलियन डॉलर (करीब 44.3 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई है, जबकि SpaceX अभी 400 बिलियन डॉलर पर है।

डील के ज़रिए नई ऊंचाई

ओपनएआई के पुराने और मौजूदा कर्मचारियों ने करीब 6.6 बिलियन डॉलर के शेयर्स बेचे हैं। यह निवेश थ्राइव कैपिटल, सॉफ्टबैंक ग्रुप, ड्रैगनीर इन्वेस्टमेंट ग्रुप, अबू धाबी की MGX और T. रो प्राइस जैसे दिग्गज निवेशकों ने खरीदे।
इस साल की शुरुआत में जब सॉफ्टबैंक ने फंडिंग का नेतृत्व किया था, तब ओपनएआई की वैल्यूएशन 300 बिलियन डॉलर थी।

ओपनएआई की वैल्यू तेजी से क्यों बढ़ी?

  1. रेवेन्यू ग्रोथ – 2025 की शुरुआत में कंपनी का एनुअल रेवेन्यू 12 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो दोगुना है। साल के अंत तक इसका लक्ष्य 20 बिलियन डॉलर है।

  2. बड़ा यूजर बेस – चैटGPT के अब 2 बिलियन एक्टिव यूजर्स हैं। हर यूजर से औसतन 5 डॉलर की कमाई होती है, जिससे 120 बिलियन डॉलर रेवेन्यू की उम्मीद है।

  3. AI में लीडरशिप – GPT-5 और अमेरिकी सरकार के साथ साझेदारी ने ओपनएआई को प्रतिस्पर्धियों Anthropic और xAI से काफी आगे खड़ा कर दिया है।

कंपनी का नया मॉडल: नॉन-प्रॉफिट से फॉर-प्रॉफिट

OpenAI अब Microsoft के साथ मिलकर एक Public Benefit Corporation (PBC) बनाने की योजना में है। यानी नॉन-प्रॉफिट से फॉर-प्रॉफिट ढांचे की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं। हालांकि, एआई टैलेंट के लिए Google और Meta जैसी कंपनियों से मुकाबला कड़ा है।

अगला टारगेट – आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI)

7 अगस्त को GPT-5 लॉन्च के दौरान सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा था कि ओपनएआई का सबसे बड़ा लक्ष्य AGI (Artificial General Intelligence) हासिल करना है। यानी ऐसा एआई जो इंसानों की तरह हर काम कर सके।
हालांकि, उन्होंने चेतावनी भी दी – अगर AGI को सही तरह से मैनेज नहीं किया गया, तो यह तकनीक इंसानियत के लिए खतरा बन सकती है।

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