हरियाणा की राजनीति में अक्टूबर का महीना खास होने वाला है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार को सत्ता संभाले एक साल पूरा हो रहा है और इस मौके को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा पहुंच सकते हैं। बताया जा रहा है कि 18 अक्टूबर को अंबाला कैंट में एक विशाल रैली आयोजित की जाएगी, जहां पीएम मोदी लगभग 600 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
क्यों चुना गया अंबाला कैंट?
अंबाला कैंट सिर्फ एक सैन्य और ऐतिहासिक जगह ही नहीं, बल्कि हरियाणा की राजनीति में भी अहम भूमिका रखता है। यह क्षेत्र कद्दावर मंत्री अनिल विज का गढ़ है और यहां दो बड़े प्रोजेक्ट तैयार हैं जिनका उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों करवाने की योजना है—
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शहीदी स्मारक (War Memorial):
1857 की क्रांति की जड़ों से जुड़े अंबाला में शहीदों की याद में लगभग 600 करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य स्मारक तैयार किया गया है। यह अनिल विज का ड्रीम प्रोजेक्ट है। -
घरेलू एयरपोर्ट:
हिसार के बाद अब अंबाला को भी घरेलू हवाई सेवाओं से जोड़ा जा रहा है। एयरपोर्ट पूरी तरह तैयार है और लंबे समय से उद्घाटन का इंतज़ार कर रहा था। अब यह जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी को सौंपी जा सकती है।
‘लाडो लक्ष्मी योजना’ का तोहफ़ा
कार्यक्रम में पीएम मोदी हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ की शुरुआत भी कर सकते हैं। इस योजना के तहत करीब 20 लाख महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का प्रावधान है। आधिकारिक तौर पर पहली किस्त 1 नवंबर को खातों में जानी है, लेकिन अंबाला की रैली में प्रधानमंत्री प्रतीकात्मक रूप से कुछ महिला लाभार्थियों को यह राशि सौंप सकते हैं।
सैनी सरकार पर केंद्रीय भरोसा
बीजेपी के तीसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा करने जा रही नायब सिंह सैनी सरकार को पार्टी हाईकमान से लगातार समर्थन मिलता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, दोनों का सैनी पर भरोसा इस दौरे से और मजबूत होता दिखेगा। सैनी को पार्टी का उभरता चेहरा माना जा रहा है, जो दिल्ली नेतृत्व की पसंद बने हुए हैं।
आगे भी बड़े कार्यक्रम तय
18 अक्टूबर के अलावा, 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र में गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी पर्व और गीता जयंती के अवसर पर भी प्रधानमंत्री के पहुंचने की संभावना है। इस दौरान वहां एक विशाल सभा करने की तैयारी है। राजनीतिक हलकों का मानना है कि इस रैली से हरियाणा के साथ-साथ बिहार के सिख मतदाताओं को भी साधने की रणनीति हो सकती है।
निचोड़
हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय से आधिकारिक कार्यक्रम की घोषणा बाकी है, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा संगठन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। साफ है कि यह दौरा अंबाला और पूरे हरियाणा के लिए सियासी और विकास, दोनों ही स्तर पर अहम पड़ाव साबित होगा।