छत्तीसगढ़ में इस बार राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। आयोजन स्थल सरगुजा (अंबिकापुर) तय किया गया है, जहां 15 नवंबर को मुख्य कार्यक्रम होगा। खास बात यह है कि राज्य सरकार इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को आमंत्रित करने की तैयारी कर रही है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 5 अक्टूबर को दिल्ली रवाना होंगे और 6 अक्टूबर को राष्ट्रपति से मुलाकात कर उन्हें इस कार्यक्रम में आने का न्योता देंगे। इसी दौरान वे उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें राज्योत्सव के समापन समारोह (1 नवंबर) का मुख्य अतिथि बनने का निमंत्रण देंगे।
तीन दिनों तक चलेगा जनजातीय गौरव दिवस
सरगुजा में इस बार जनजातीय गौरव दिवस केवल एक दिन का नहीं, बल्कि तीन दिवसीय महोत्सव के रूप में आयोजित होगा। कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार—
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14 से 16 नवंबर तक विभिन्न आयोजन होंगे।
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बैगा-गुनिया हथजोड़ सम्मान निधि की शुरुआत की जाएगी।
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शहीद वीर नारायण सिंह लोककला महोत्सव (डांस फेस्टिवल) और कर्मा महोत्सव का समापन यहीं होगा।
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जनजातीय विकास प्रदर्शनी और क्राफ्ट मेला भी आयोजित होगा।
विभाग ने शुरू की तैयारियां
इस आयोजन की जिम्मेदारी आदिम जाति विकास विभाग को दी गई है। विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि वोरा ने बताया कि सरकार के निर्देश पर अंबिकापुर में कार्यक्रम की तैयारी शुरू हो चुकी है और काम तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है।