नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) के टॉपर्स को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने युवाओं के लिए 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की नई योजनाओं का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े और युवाओं को संदेश दिया।
पीएम मोदी का संबोधन: “भारत ज्ञान और कौशल का देश”
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पीएम मोदी ने कहा कि आज का कार्यक्रम बिहार के युवाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक है।
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उन्होंने कहा – “भारत ज्ञान और कौशल की भूमि है। जब यह शक्ति देश की जरूरतों से जुड़ जाती है तो इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।”
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21वीं सदी की मांग है कि हम लोकल टैलेंट, लोकल स्किल, लोकल रिसोर्स और लोकल नॉलेज को आगे बढ़ाएं, और इसमें ITIs अहम भूमिका निभाते हैं।
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पीएम ने याद दिलाया कि कुछ साल पहले सरकार ने ITI छात्रों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दीक्षांत समारोह की परंपरा शुरू की थी और आज यह परंपरा और मजबूत हो रही है।
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उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में अगर एनडीए सरकार को समर्थन मिलता है तो राज्य की सूरत पूरी तरह बदल जाएगी।
नीतीश कुमार का संदेश: “युवाओं को मिल रहे मौके”
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सीएम नीतीश कुमार ने कार्यक्रम पर खुशी जताते हुए कहा कि पीएम मोदी ने ITI छात्रों को प्रमाणपत्र प्रदान किए, यह युवाओं के लिए बड़ा सम्मान है।
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बिहार में युवा आयोग और जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वास की स्थापना की गई है।
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उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 25 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति और हजारों युवाओं को नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए गए हैं, जिससे बिहार के नौजवानों को बड़ी मदद मिलेगी।
मुख्य बातें एक नजर में
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ITI टॉपर्स का सम्मान, युवाओं को प्रेरणा।
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₹62,000 करोड़ की नई योजनाओं की आधारशिला।
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बिहार को मिला कौशल विकास का बड़ा तोहफा।
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एनडीए सरकार ने शिक्षा और कौशल सुधार पर दिया जोर।
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नीतीश कुमार बोले- “युवाओं को अवसर मिल रहे हैं, राज्य की दिशा बदल रही है।”
कुल मिलाकर, यह आयोजन सिर्फ ITI टॉपर्स का सम्मान नहीं बल्कि बिहार और देश के युवाओं के लिए नई संभावनाओं और अवसरों का द्वार खोलने वाला कार्यक्रम साबित हुआ।