छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में बढ़ते सूदखोरी मामलों के बीच पुलिस ने एक अहम कदम उठाया है। सिटी कोतवाली पुलिस ने कर्ज पर मोटा ब्याज वसूलने और ब्लैकमेलिंग करने वाले दंपति हेमलाल सिन्हा और उसकी पत्नी पिंकी सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को अदालत में पेश कर दिया गया है। पुलिस इस मामले में देर शाम तक विस्तृत खुलासा कर सकती है।
पीड़ित की आपबीती
यह वही मामला है, जिसमें पुरानी बस्ती निवासी हेमंत कुमार कन्नौजे ने आरोप लगाया था कि उसने अपनी गाड़ी की किस्त भरने के लिए ₹50,000 का कर्ज लिया था। शुरुआत में ब्याज की दर महीने के हिसाब से 10% तय हुई थी। लेकिन बाद में यह बढ़कर सप्ताह में 10% तक पहुंच गई।
हेमंत ने ब्याज समेत पूरा मूलधन चुका दिया, इसके बावजूद वसूली जारी रही।
धमकी और ब्लैकमेल का आरोप
पीड़ित हेमंत का कहना है कि आरोपियों ने उससे कोरे चेक और स्टाम्प जबरन ले लिए। परिवार को लगातार धमकियां दी गईं। गाड़ी जब्त करने की चेतावनी और गुंडों के जरिए डराने-धमकाने का भी प्रयास किया गया। इस वजह से उसका पूरा परिवार मानसिक और आर्थिक संकट में फंस गया। हालत यह रही कि बच्चों की स्कूल फीस तक भरना मुश्किल हो गया।
कांग्रेस अध्यक्ष का हस्तक्षेप
शुरुआत में जब हेमंत ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की, तो उसे यह कहकर टाल दिया गया कि यह केवल “लेन-देन का मामला” है। लेकिन मामला तब गंभीर हो गया जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सरकार और पुलिस को कठघरे में खड़ा किया।
बैज ने लिखा कि पत्रकारों और पीड़ित परिवार को लगातार धमकियां दी जा रही हैं, लेकिन पुलिस अब तक कार्रवाई नहीं कर रही थी। इसी दबाव के बाद पुलिस हरकत में आई और दंपति को गिरफ्तार किया गया।
बलौदाबाजार में यह गिरफ्तारी सूदखोरी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। अब देखना होगा कि आगे की जांच में और किन-किन पर शिकंजा कसता है।