पेरेंटिंग टिप्स: बच्चों को घर के कामों में कैसे शामिल करें? ये ट्रिक्स बनाएँगे सफाई को मजेदार, सजा नहीं!

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अक्सर बच्चों को लगता है कि घर के काम सिर्फ टास्क या सजा हैं।
नतीजा – वे बहाने बनाते हैं, या बिना मन से जल्दी-जल्दी काम निपटाने की कोशिश करते हैं।
लेकिन सही अप्रोच अपनाई जाए तो बच्चे भी सफाई और घर के कामों में खुशी-खुशी हाथ बंटा सकते हैं।


क्यों जरूरी है बच्चों को घर के कामों में शामिल करना?

  • जिम्मेदारी और सहयोग की भावना आती है।

  • बच्चे सीखते हैं कि घर सबका है और हर किसी का योगदान जरूरी है।

  • टीमवर्क और आत्मनिर्भरता जैसी स्किल्स बचपन से ही मजबूत होती हैं।


बच्चों को घर के कामों से कैसे जोड़ें?

1. काम को गेम या चैलेंज में बदलें

  • टाइम चैलेंज: “देखते हैं, 10 मिनट में कौन ज्यादा खिलौने समेटता है।”

  • स्कैवेंजर हंट: “कौन ज्यादा पुराने पेपर या बेकार सामान ढूंढ पाता है।”

  • टीमवर्क गेम: “मम्मी-बेटी बनाम पापा-बेटा – कौन सा ग्रुप पहले साफ करेगा?”

बच्चों को लगेगा कि वे किसी गेम शो में भाग ले रहे हैं, न कि काम कर रहे हैं।


2. डिसीजन मेकिंग में शामिल करें

  • सोफा कहाँ रखना है, कौन से पर्दे अच्छे हैं, कौन-सा खिलौना डोनेट करना है – बच्चों से राय लें।
    इससे उन्हें लगेगा कि वे घर के वैल्यूएबल मेंबर हैं।


3. कहानी या रोल-प्ले बनाएं

  • “आज हम क्लीनिंग सुपरहीरोज़ हैं, हमारा मिशन है – कमरा चमकाना।”
    ऐसे रोल्स से बच्चों में उत्साह और जिम्मेदारी दोनों आती है।


4. म्यूजिक टाइम बनाइए

  • सफाई के दौरान उनका फेवरेट गाना चलाएँ।

  • बच्चे डांस करते-करते सफाई करेंगे और उन्हें लगेगा जैसे पार्टी हो रही है।


5. काम बाँटें – उम्र के हिसाब से

  • छोटे बच्चे → खिलौने रखना या पौधों को पानी देना।

  • बड़े बच्चे → किताबें/कपड़े व्यवस्थित करना।

इससे हर किसी की भूमिका तय होगी और काम टीमवर्क की तरह लगेगा।


6. तारीफ और रिवॉर्ड देना न भूलें

  • “वाह! तुम्हारी वजह से लिविंग रूम कितना सुंदर लग रहा है।”

  • काम पूरा होने पर फोटो खींचें या छोटी-सी पार्टी करें।

  • ट्रीट: स्नैक, मूवी नाइट या गेम टाइम।


किन गलतियों से बचें?

  • सिर्फ बच्चों को आदेश न दें, खुद भी उनके साथ काम करें।

  • लड़का-लड़की में फर्क न करें, दोनों को समान जिम्मेदारी दें।

  • काम को बोझ की तरह न दिखाएँ, बल्कि फैमिली एक्टिविटी बनाइए।


Bottom Line

बच्चे वही सीखते हैं जो वे अपने पेरेंट्स को करते देखते हैं।
अगर मम्मी-पापा मिलकर काम करेंगे, तो बच्चे भी मज़े से शामिल होंगे।
सफाई और घर के काम अगर फन, चैलेंज और अचीवमेंट से जुड़े हों, तो बच्चों के लिए यह सजा नहीं, बल्कि सेलिब्रेशन बन जाएगा।

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