देहरादून/रुद्रप्रयाग। इस साल की केदारनाथ यात्रा ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना रही है। बुधवार तक के आंकड़े बताते हैं कि अब तक 16.56 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दरबार में मत्था टेक चुके हैं। खास बात यह है कि मंदिर के कपाट बंद होने में अभी भी 14 दिन बाकी हैं।
सिर्फ बुधवार को ही 5,614 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम पहुंचकर पूजा-अर्चना की।
तुलना करें तो 2024 में पूरे सीजन के दौरान कुल 16.52 लाख श्रद्धालु ही आए थे। यानी इस बार 2024 का रिकॉर्ड पहले ही टूट चुका है।
✨ चारधाम यात्रा का ग्रैंड आंकड़ा
30 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 47 लाख 29 हजार से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं।
धामवार संख्या
-
केदारनाथ – 16,50,925
-
बद्रीनाथ – 14,48,785
-
गंगोत्री – 7,23,853
-
यमुनोत्री – 6,25,397
-
श्री हेमकुंड साहिब – 2,70,869
⛅ मौसम ने रोकी यात्रा, लेकिन नहीं टूटा हौसला
सितंबर की शुरुआत में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यात्रा को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा।
1 से 5 सितंबर तक पंजीकरण और आवाजाही पूरी तरह बंद रही।
गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग पर धराली जैसे पड़ाव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
लेकिन प्रशासन ने युद्धस्तर पर काम कर रास्तों को दोबारा चालू कराया और यात्रा फिर से बहाल कर दी गई।
❄️ बाबा केदार के धाम में बर्फबारी
इन दिनों केदारनाथ धाम में मौसम बेहद ठंडा है। पिछले दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है।
➡️ श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे गर्म कपड़े, दवाइयाँ और स्वास्थ्य संबंधी जरूरी सामान अपने साथ रखें।
कब बंद होंगे कपाट?
-
केदारनाथ धाम – 23 अक्टूबर, भाई दूज के दिन
-
बद्रीनाथ धाम – 25 नवंबर दोपहर 2:56 बजे
इस बार चारधाम यात्रा ने साफ कर दिया है कि श्रद्धालु चाहे बारिश हो या बर्फबारी, बाबा केदार और बदरीविशाल के दर्शन के लिए हर कठिनाई पार करने को तैयार हैं।
केदारनाथ-बद्रीनाथ की तस्वीर…

