बालोद : प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत जिले के पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े शिल्पकारों एवं कारीगरों को सीएससी सेंटर (ग्राहक सेवा केन्द्र) के माध्यम से पंजीयन किया जा रहा है। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र ने बताया कि पंजीयन पश्चात कारीगरों के पारंपरिक कौशल को निखारने 05 दिनों का निशुल्क कौशल प्रशिक्षण एवं 500 रूपये प्रतिदिन के दर से स्टाईपेण्ड दी जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण पश्चात उन्हें यंत्र एवं औजार हेतु 15,000 रूपये का अनुदान सहायता राशि भी दिया जाएगा। ईच्छुक हिग्राहियों को पहले चरण में 01 लाख और दूसरी चरण में 02 लाख का वित्तीय सहायता 05 प्रतिशत व्याज की दर पर बैंक से ऋण उपलब्ध कराया जायेगा।
इस योजना के तहत 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसाय बढा़ई, नाव चलाने वाले, अस्त्रकार, लोहार, लोहे के औजार निर्माता, तालासाज, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार, संगतराश, चर्मकार (मोची) जूते बनाने वाले, राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई, झाडू व पैरदान बनाने वाले, गुड़िया एंव खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, तथा मछली पकड़ने का जाल निर्माता आदि को सम्मिलित किया गया है। पारंपरिक शिल्पकारों की सहायता हेतु ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकाय में स्थित ग्राहक सेवा केन्द्र में जाकर आधार कार्ड, मोबाईल नंबर, बैंक पासबुक, राशन कार्ड के साथ पंजीयन करा सकते हैं।