अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। डुरंड लाइन से सटे कुर्रम जिले के गावी क्षेत्र में शनिवार देर रात दोनों ओर से भारी फायरिंग और हवाई हमलों की घटनाएं हुईं। शुरुआत छोटे हथियारों से हुई झड़प देखते ही देखते तोपखाने और रॉकेट हमलों तक जा पहुंची।
तालिबान का दावा – पाकिस्तानी चौकियां कब्जे में
अफगान रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि 11 अक्टूबर की रात उनकी 201 खालिद बिन वलीद आर्मी कोर ने नंगरहार और कुनार प्रांत में पाकिस्तानी चौकियों पर बड़े हमले किए।
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तालिबान ने दावा किया कि हेलमंद और कुनार में पाकिस्तानी पोस्ट तबाह कर दी गई हैं।
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झड़पों में 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और एक टैंक उनके कब्जे में आ गया।
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कंधार के मायवंद इलाके में 5 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया।
पाकिस्तान का पलटवार – अफगान ठिकाने तबाह
पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि सेना ने जवाबी कार्रवाई में कई अफगान चौकियों और ठिकानों को निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि कई अफगान लड़ाके मारे गए और इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान हुआ। गोलाबारी का दायरा कुर्रम, बाजौर, नॉर्थ वजीरिस्तान, लोअर कुर्रम और पक्तिया तक फैल गया।
जंग की शुरुआत कैसे हुई?
तनाव की नींव 9 अक्टूबर को रखी गई, जब पाकिस्तानी फाइटर जेट्स ने अफगानिस्तान के काबुल, खोस्त, जलालाबाद और पकतीका शहरों पर हवाई हमले किए। दावा किया गया कि निशाना TTP (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के ठिकाने थे और मकसद इसके चीफ नूर वली मेहसूद को खत्म करना था। लेकिन तालिबान ने इसे सीधे-सीधे “युद्ध की शुरुआत” करार दिया।
तालिबान की चेतावनी
तालिबान सरकार ने बयान जारी कर कहा कि,
“हमारी कार्रवाई रात 12 बजे खत्म हो गई थी, लेकिन अगर पाकिस्तान ने दोबारा सीमा उल्लंघन किया तो अफगान वायुसेना भी जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। हम अपनी सरहद और हवाई क्षेत्र की हर कीमत पर रक्षा करेंगे।”
सीमा पर दहशत
लगातार गोलाबारी से कुर्रम, बाजौर और नॉर्थ वजीरिस्तान के गांवों में डर का माहौल है। लोग घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में जा रहे हैं। स्थानीय परिवारों का कहना है कि गोलियों और धमाकों की आवाज़ से बच्चे और बुजुर्ग भयभीत हैं और रातें जागकर गुजर रही हैं।
कतर ने जताई चिंता
कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह संघर्ष पूरी क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा है। दोनों देशों से कूटनीति और संयम अपनाने की अपील की गई है।
भारत यात्रा पर तालिबान विदेश मंत्री
दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान ने यह हवाई हमला तब किया जब तालिबान शासन के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत की आठ दिवसीय यात्रा पर हैं। भारत में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा –
“अफगानों के हौसले की परीक्षा मत लीजिए। सोवियत संघ, अमेरिका और नाटो से पूछ लीजिए कि यह खेल कितना महंगा पड़ सकता है।”
पाकिस्तान की चेतावनी
पाक गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि तालिबान के हमले “बिना उकसावे” थे और नागरिकों पर गोलीबारी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। उन्होंने X पर लिखा –
“पाकिस्तानी सेना हर ईंट का जवाब पत्थर से देगी।”