दुर्गापुर गैंगरेप: ममता बोलीं — “ओडिशा सुरक्षित नहीं”; यूपी-बिहार पर भी जताया भरोसा-घाटा

Spread the love

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एमबीबीएस छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने राजनीतिक बहस का रूप ले लिया है। पीड़िता के पिता ने डर जताते हुए कहा था कि उनकी बेटी इस जगह सुरक्षित नहीं है और उसे ओडिशा भेजने की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिता को आश्वासन दिया कि उनकी मांग पर विचार किया जाएगा, लेकिन कुछ ही समय बाद उन्होंने केवल ओडिशा ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और बिहार की सरकारों पर भी सवाल उठाए।

पिता ने कहा — बेटी सुरक्षित नहीं

पीड़िता के पिता ने मीडिया से बताया कि उनकी बेटी की हालत नाजुक है और बच्ची बिस्तर पर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, डीजी, एसपी और कलेक्टर लगातार उनकी मदद कर रहे हैं और बेटी की सेहत की निगरानी कर रहे हैं। वहीं उन्होंने आग्रह किया कि उनकी बेटी की जान को खतरा है इसलिए उसे ओडिशा के किसी सुरक्षित स्थान पर भेजने की व्यवस्था की जाए — जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इसकी कोशिश की जाएगी।

ममता का रुख — सिर्फ बंगाल ही नहीं, बाहर भी चुनौती बनी हुई है

मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि महिलाओं के साथ होने वाले जघन्य अपराध सिर्फ बंगाल का मुद्दा नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी नजर आते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ओडिशा में तीन सप्ताह पहले समुद्र तट पर तीन लड़कियों के साथ हुई घटना के बारे में क्या कार्रवाई हुई — ऐसे सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा कि यदि बंगाल में कोई अपराध होता है तो इसे साधारण नहीं लिया जाएगा; दोषियों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी।

सीएम ने यह भी जोर दिया कि पीड़िता एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा हैं और इस बारे में भी कॉलेज की जिम्मेदारी पर सवाल उठे — यह पूछा जाना चाहिए कि वह आधी रात में किस तरह बाहर आईं, खासकर उस इलाके के वन क्षेत्र होने के मद्देनज़र। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच जारी है और जो भी दोषी होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। साथ ही बाहर से पढ़ने आने वाले छात्रों से उन्होंने कहा कि रात में अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।

राजनीतिक आयाम — यूपी, बिहार और ओडिशा पर कटाक्ष

ममता ने कहा कि इस तरह की घटनाएं उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में भी देखी गई हैं और इसलिए सभी राज्यों की सरकारों को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने दोहराया कि बंगाल में ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई गई है और कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस कार्रवाई और जांच की स्थिति

आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय ने बताया है कि इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और शेष आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने इसका संज्ञान ले रखा है और जांच जारी है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *